पुष्कर सिंह का तीनों मंत्रालय गैस,परमाणु एवं रक्षा के उपक्रमों में हुआ चयन
डॉ. राजू सिंह, अदलहाट मिर्जापुर (सच्ची बातें)। मिर्जापुर के एक और लाल ने अपनी मेधा के बल पर अद्भुत सफलता हासिल की है। ऐसी सफलता हजारों में एक ही प्राप्त कर पाते हैं। जिले के चुनार तहसील के नरायनपुर विकास खण्ड के भरेहटा गांव निवासी पुष्कर सिंह का चयन एक साथ पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय, परमाणु ऊर्जा विभाग एवं रक्षा मंत्रालय सहित तीनों मंत्रालय के उपक्रमों में हुआ है। 15 दिनों में एक साथ तीन अलग-अलग महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सफलता को अर्जित कर पुष्कर ने जनपद का नाम रौशन किया है।
चुनार क्षेत्र के भरेहटा गांव निवासी कानपुर स्थित आइसीएआर भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान में मुख्य तकनीकी अधिकारी डॉ. ओमकार नाथ के पुत्र बहुमुखी प्रतिभा के धनी पुष्कर सिंह की शुरू से ही अभिरुचि गणितीय एवं वैज्ञानिक के क्षेत्र में रही है। शुद्ध पेयजल की समस्या को समझते हुए पानी की बर्बादी को रोकने तथा जलाशयों की तकनीकी रूप से सफाई करने वाले यंत्रों के विकास में इनकी विशेष अभिरुचि रही है। उनकी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आइआइटी से शिक्षा ग्रहण कर एक कुशल इंजीनियर बनने की तमन्ना थी।
इसे पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की। परिणाम सामने है। भारत सरकार के इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (ईआइएल) नई दिल्ली में (आपूर्ति शृंखला प्रबंधन – निरीक्षण प्रभाग) के पद पर तथा एनपीसीआइएल मुंबई में वैज्ञानिक के पद पर चयन होने के साथ ही भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (भारत सरकार का उद्यम, रक्षा मंत्रालय), हैदराबाद में प्रबंधन प्रशिक्षु (सहायक प्रबंधक) के पद पर भी पुष्कर सिंह का चयन हुआ है।
15 दिनों के अंदर तीनों मंत्रालयों के उपक्रमों में चयन की जैसे ही जानकारी हुई, पूरा परिवार बेटे की कामयाबी पर खुशी मनाने लगा। पुष्कर पर सभी फख्र कर रहे हैं। इसके पूर्व पुष्कर ने अपनी प्राथमिक शिक्षा कानपुर से तथा बीटेक एवं एमटेक (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) आइआइटी खड़गपुर से पूरी की है। पुष्कर की मां मनीषा पूर्व में जीजीआइसी चुनार में प्रवक्ता गृह विज्ञान के पद पर कार्यरत थीं, जो वर्तमान में प्रधानाध्यापिका के रूप में राजकीय माध्यमिक विद्यालय कानपुर में कार्यरत हैं।
पुष्कर ने बताया कि जीवन में सफलता के लिए खेल जरूरी है। मैंने खेल को सफलता का हथियार बनाकर स्वस्थ मस्तिष्क के साथ तैयारी की। लिहाजा पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय, परमाणु ऊर्जा विभाग एवं रक्षा मंत्रालय सहित तीनों मंत्रालय के उपक्रमों में सफलता अर्जित की है। पुष्कर अभी तय नहीं कर पाए हैं कि कहां ज्वाइन करेंगे। उनको यह तय करने में अभी चार-पांच दिन लगेंगे।