छात्रनेता से लेकर प्रधान व पत्रकार तक की भूमिका का बखूबी निर्वहन किया गोरखी के वीरेंद्र प्रताप सिंह
मंगलवार की सुबह दिल का दौरा पड़ने से हुआ निधन, आम से खास तक ने जताया शोक
निर्मल ग्राम पंचायत के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने किया था सम्मानित
राजेश कुमार दुबे, जमालपुर (मिर्जापुर)। वीरेंद्र बाबू। आप तो बहुत दिलेर थे। हंसमुख थे। सभी को साथ लेकर चलने वाले थे। छात्रनेता रहे। कई बार अपनी पंचायत गोरखी के प्रधान रहे। देश में सर्वाधिक पढ़े जाने वाले अखबार दैनिक जागरण के बबुरी से प्रतिनिधि थे। सब कुछ तो ठीक-ठाक ही चल रहा था। मंगलवारकी सुबह आप अचानक चले गए। आपको पता है? आपके इस तरह से अल्प समय में ही चले जाने से क्षेत्र के लोग कितने दुखी हैं? जब आप अनंत की यात्रा पर चले ही गए हैं, तो वापस नहीं आएंगे। भाई आपने तो सभी को रुला दिया। आपकी आत्मा को शांति मिले।
गोरखी में शोक जताने पहुंचे चंदौली के पूर्व सांसद रामकिशुन यादव व अन्य
विकास खंड जमालपुर की गोरखी ग्राम पंचायत के प्रधान वीरेंद्र प्रताप सिंह पत्रकार (52) का दिल का दौरा पड़ने से मंगलवार की सुबह मौत हो गई। वह रोजाना की भांति डवक स्थित अपने आवास पर सोमवार की रात नौ बजे भोजन करने के बाद गोरखी स्थित अपने शिव कृपा राइस मिल पर सोने के लिए आ गए। मंगलवार की सुबह उनके देर तक सोने पर जब राइस मिल का मुंशी जगाने के लिए गया तो वह मृत अवस्था में मिले।उनकी मौत की सूचना पर स्वजनों में कोहराम मच गया।
निधन की सूचना के बाद अंतिम दर्शन के लिए घर पर जुटे लोग
बता दें कि वीरेंद्र प्रतार सिंह युवावस्था में ही राजनीति में शौक रहते थे। छात्र जीवन के दौरान वर्ष 1991 में लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय मुगलसराय से छात्रसंघ उपाध्यक्ष का चुनाव जीते थे। स्नातक की डिग्री हासिल करने के बाद पत्रकारिता से जुड गए। हिन्दी दैनिक जागरण में विगत 15 वर्षों से बबुरी (चन्दौली) के संवाददाता थे।
वर्ष 2005 में पहली बार ग्राम प्रधान का चुनाव लड़े और लगातार दो पंचवर्षीय योजना में प्रधान रहे। इस दौरान वर्ष 2008 में ग्राम पंचायत को निर्मल पंचायत घोषित होने पर राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने सम्मानित किया था। पुनः वर्ष 2020 में ग्राम प्रधान चुने जाने पर वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए पिछले दो जून को ग्राम पंचायत गोरखी को मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार के तहत पुरस्कृत किया गया था। मुख्यमंत्री के हाथों इन्होंने पुरस्कार प्राप्त किया था।
साधन सहकारी समिति डोहरी के चुनाव में विजय के बाद
जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ने का सपना नहीं हुआ पूरा
मुख्यमंत्री प्रोत्साहन पुरस्कार योजना पुरस्कार वितरण समारोह में शामिल के बाद घर आने पर पत्रकारों व ग्रामीणों से कहा था कि तीन बार गांव के लोगों ने प्रतिनिधि चुना। गांव का विकास करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।अभी ढाई साल बचे हुए हैं। ग्राम पंचायत को आदर्श ग्राम पंचायत का दर्जा दिलाने व जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लडने का इरादा है। मंगलवार को मौत हो जाने के बाद उनके आवास पर ग्रामीणों में चर्चा थी कि प्रधान जी का जिला पंचायत का सदस्य होने का सपना अधूरा रह गया।
पत्नी चंद्रकला हैं साधन सहकारी समिति डोहरी की अध्यक्ष
इनकी पत्नी चन्द्रकला सिंह साधन सहकारी समिति डोहरी की अध्यक्ष हैं तो बेटा प्रशान्त इंजीनियर है। पत्रकार/प्रधान की मौत की सूचना पर चन्दौली के पूर्व सांसद रामकिशुन यादव, मुगलसराय के प्रतिष्ठित चिकित्सक समाजसेवी डॉ. लक्ष्मी शंकर यादव, लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय मुगलसराय के पूर्व प्राचार्य डॉ. अनिल यादव, जमालपुर के खण्ड विकास अधिकारी मुनीश कुमार सिंह, प्रधान संघ के पूर्व अध्यक्ष कमलापति पटेल, महामंत्री श्रीकांत द्विवेदी, विजय सिंह, प्रधान अमरनाथ सिंह, अभिनव त्रिपाठी, समाजवादी पार्टी के चुनार विधानसभा अध्यक्ष राणा प्रताप सिंह, पूर्व ब्लाक प्रमुख जमालपुर आनंद सिंह बन्टू, भाजपा मंडल महामंत्री जोशी पटेल, सांसद प्रतिनिधि अमूल्य सिंह पटेल आदि ने मौत की सूचना पर पहुंच कर श्रद्धांजलि दी।
जनप्रतिनिधियों ने जताया शोक
भाजपा जिला कार्यसमिति के सदस्य एवं पूर्व मंडल अध्यक्ष किशोर सिंह के छोटे भाई प्रधान व पत्रकार वीरेंद्र प्रताप सिंह की मौत की सूचना पर स्थानीय सांसद केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल, उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल, चुनार विधायक अनुराग सिंह, मड़िहान विधायक रमाशंकर पटेल, मंत्री अनिल राजभर,चकिया विधायक कैलाश आचार्य, पूर्व एमएलसी राजेश पति त्रिपाठी, पूर्व विधायक जगतम्बा सिंह पटेल, विधान परिषद सदस्य श्याम नरायन सिंह उर्फ विनीत सिंह ने फोन कर शोक तथा ढाढस बंधाया। श्रद्धांजलि देने वालों में मनीष कुशवाहा, रामजनम मौर्य, नवीन पांडेय, पंकज सिंह, त्रिलोकी सिंह, पुष्प शंकर पांडेय, अजय खरवार, विजय कुमार, कौशलपति सिंह आदि प्रमुख रहे।
प्रधान की मौत पर प्राथमिक विद्यालय बंद
गोरखी गांव के प्रधान वीरेन्द्र प्रताप सिंह की मौत की सूचना पर प्राथमिक विद्यालय बंद कर दिया गया। गांव की गरीब महिलाओं एवं परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल रहा। उनके निधन से दुखी गरीबों के घर में मंगलवार को चूल्हा नहीं जला।
विकास खंड जमालपुर के प्रधान गणों में बहुत सम्मान था
राष्ट्रीय पंचायती राज ग्राम प्रधान संगठन के जमालपुर ब्लाक के अध्यक्ष राणा प्रताप सिंह प्रधान ने बताया कि ग्राम प्रधान संगठन ने आज अपना संरक्षक खो दिया है। इनके निधन से संगठन को गहरा आघात पहुंचा है।
सच्ची बातें टीम की ओर से दिवंगत प्रधान व पत्रकार को नमन।