लोस चुनाव की अधिसूचना के पहले क्या कहा सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने
समाजवादी शिक्षक सभा की बैठक में बोले अखिलेश-भाजपा सरकार की शिक्षा नीति गरीबों को पढ़ाई से दूर रखने की
-बड़ा आरोपःसरकार की गलत नीतियों के कारण परीक्षाओं के पेपर लीक हो रहे, सरकार देना ही नहीं चाहती नौकरी
लखनऊ (सच्ची बातें)। समाजवादी शिक्षक सभा के राष्ट्रीय एवं प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक रविवार 10 मार्च को समाजवादी पार्टी प्रदेश मुख्यालय लखनऊ में हुई। बैठक को मुख्य अतिथि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संबोधित किया। अध्यक्षता समाजवादी शिक्षक सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व कुलपति प्रो. बी. पांडेय ने किया।
बैठक में सबसे पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सावित्रीबाई फुले की पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर श्री यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में शिक्षा का स्तर गिरा है। भाजपा सरकार की शिक्षा नीति गरीबों को शिक्षा से दूर करने की है। समाजवादी सरकार ने बच्चों को ताजा और गर्म भोजन के लिए हॉट कुक्ड योजना शुरू की थी, जिसमें अक्षय पात्र के द्वारा बच्चों को ताजा और गरम भोजन मिलता था। उसे भाजपा सरकार ने बंद कर दिया। भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण प्राथमिक, माध्यमिक, पॉलिटेक्निक और आईटीआई में छात्रों का एडमिशन कम हो रहा है। परीक्षाओं के पेपर लीक हो रहे हैं। छात्रों की परीक्षाएं कैंसिल करनी पड़ रही हैं। भाजपा लोकतंत्र को खत्म कर रही है। लोकतंत्र बचाने में शिक्षकों की बड़ी जिम्मेदारी है। शिक्षक, बेरोजगार, नौजवान और किसान इस बार भाजपा को सत्ता से हटा देंगे।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा और आरएसएस सबसे बड़ी परिवारवादी है। इनका कोई सिद्धांत नहीं है। भाजपा सत्ता के लिए मनमानी कर रही है। सभी लोगों का हक और अधिकार छीन रही है। भाजपा ने शिक्षा व्यवस्था और विश्वविद्यालयों को बर्बाद कर दिया है। नेताजी और समाजवादी सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार किया था। संस्कृत और मदरसा शिक्षा के लिए कार्य किया। समाजवादी सरकार का लक्ष्य युवाओं को अच्छा नागरिक बनाना और उनके लिए नौकरी और रोजगार का इंतजाम करना है। समाजवादी पार्टी के वरिश्ठ नेता मोहम्मद आजम खां साहब ने शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बड़ा काम किया है। उन्होंने विश्वविद्यालय बनवाया। समाजवादी सरकार ने शिक्षकों को सम्मान दिया।
वित्तविहीन शिक्षकों के लिए 200 करोड़ का बजट दिया था, जिसे भाजपा सरकार ने रोक दिया। समाजवादी सरकार ने शिक्षामित्र को समायोजित किया था जिससे उन्हें अन्य शिक्षकों की तरह सम्मान मिल सके। शिक्षामित्र को समायोजित करने का वही रास्ता है जो समाजवादी सरकार ने किया था। भाजपा सरकार ने शिक्षकों को अपमानित करने का काम किया है।
श्री यादव ने कहा कि भाजपा सरकार जानबूझकर प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर लीक करती है, जिससे नौजवानों को नौकरी ना देना पड़े। भाजपा की नीयत प्रतियोगी छात्रों को नौकरी देने की नहीं है। भाजपा सरकार नौकरियों के फार्म दिखावा करने के लिए निकालती है। बैठक में शिक्षक सभा ने लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और इंडिया गठबंधन को जिताने का संकल्प लिया। शिक्षक सभा ने तय किया है कि लोकसभा चुनाव में शिक्षक सभा के प्रतिनिधि क्षेत्र में जाकर पार्टी प्रत्याशियों को प्रचार करेंगे। जनता को भाजपा की गलत नीतियों की जानकारी देंगे और मतदान के समय हर बूथ पर शिक्षक सभा के पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे।
बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि शिक्षक सभा की राष्ट्रीय और प्रदेश पदाधिकारियों ने आने वाले लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और इंडिया गठबंधन को जिताने का संकल्प लिया है। शिक्षक सभा के पदाधिकारी भाजपा के नफरत और भेदभाव के प्रोपेगेंडा का मुकाबला करेंगे और लोगों को जागरूक करेंगे। वोटर लिस्ट में होने वाली धांधली को रोकने का काम करेंगे। चुनाव में शिक्षक सभा की बड़ी जिम्मेदारी है। समाजवादी पार्टी शिक्षकों के अधिकार और सम्मान की लड़ाई लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।
अखिलेश यादव ने कहा कि शिक्षकों की मांग पुरानी पेंशन बहाल होनी चाहिए, वित्त विहीन शिक्षकों को मानदेय मिलना चाहिए, शिक्षा का स्तर सुधारना चाहिए। इस मौके पर श्री यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में कई बार हुआ है जब संवैधानिक संस्थाओं पर बैठे अधिकारियों को दबाव में पद छोड़ना पड़ा है। आखिर संवैधानिक संस्थाओं पर दबाव किसका है?
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आजमगढ़ और उत्तर प्रदेश की जनता समाजवादियों के साथ है। भाजपा के लोग कब तक समाजवादियों के कार्यों का उद्घाटन करते रहेंगे। उनके पास अपना कोई कार्य नहीं है।
श्री यादव ने कहा कि जिसका आज उद्घाटन किया गया, वह आजमगढ़, चित्रकूट, मुरादाबाद का एयरपोर्ट नेताजी मुलायम सिंह यादव और समाजवादी सरकार ने बनवाया गया था।
सम्मेलन को शिक्षक सभा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. एसपी पटेल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ. मान सिंह यादव, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मणेन्द्र मिश्रा, राष्ट्रीय महासचिव कुलदीप यादव, डॉ. आफताब आलम सहित अन्य पदाधिकारियों ने सम्बोधित किया। सम्मेलन का संचालन कमलेश यादव ने किया। सम्मेलन में मुख्य अतिथि अखिलेश यादव को शिक्षक सभा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की ओर से सावित्री बाई फुले, फातिमा शेख, आचार्य नरेन्द्र देव का मोमेन्टो और समाजवादी अध्ययन केन्द्र का प्रतीक चिह्न भेंट किया गया।
सम्मेलन में प्रमुख रूप से सर्वश्री पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्व राज्य सभा सदस्य अरविन्द कुमार सिंह, डॉ. सुनीलम, प्रो. सुधीर पंवार, वंदना वर्मा, शाह आलम खान, डॉ. नरेन्द्र यादव, डॉ. शरद वर्मा, प्रमोद आचार्य, जनार्दन समदर्शी, संजय यादव, प्रो. सदल सिंह यादव, डॉ. भूपेन्द्र मायचा, डॉ. जीतेन्द्र प्रसाद मिश्र समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।