संघर्ष को सम्मान, चुनार दुर्गाजी मोड़ का नाम अब यदुनाथ सिंह तिराहा
शिलान्यास कार्यक्रम में आयोजक जिला प्रशासन से हुई बड़ी चूक
-यदुनाथ सिंह के परिजन में से किसी को नहीं बुलाया गया इस कार्यक्रम में
-यदुनाथ सिंह के पुराने साथियों को भी नहीं पूछा गया
राजेश कुमार दुबे, चुनार/मिर्जापुर (सच्ची बातें)। जिले की सांसद अनुप्रिया पटेल ने संघर्ष को सम्मान देने का काम किया है। दुर्जाजी मोड़ अब चुनार से चार बार विधायक रहे क्रांतिवीर यदुनाथ सिंह तिराहा हो गया है। यदुनाथ सिंह तिराहे के सुंदरीकरण का शिलान्यास भी शुक्रवार को श्रीमती पटेल ने किया, लेकिन आयोजक जिला प्रशासन से बड़ी चूक हो गई। स्व. यदुनाथ सिंह के परिजन में किसी सदस्य को नहीं बुलाया। जबकि यदुनाथ सिंह की पत्नी प्रभावती देवी और पुत्र धनंजय सिंह का आवास कार्यक्रम स्थल से पांच सौ मीटर की ही दूरी पर है। इसकी चर्चा आयोजन स्थल यदुनाथ सिंह तिराहे पर सुनने को मिली।
इतना ही नहीं, इस शिलान्यास कार्यक्रम की जानकारी जिला प्रशासन की ओर से यदुनाथ सिंह के साथ लाठी खाने वाले और जेल जाने वाले जिंदा लोगों को भी नहीं दी गई। इसके कारण वे कार्यक्रम में शिरकत नहीं कर पाए। बाद में पता चला तो मन मसोस कर रह गए। यदुनाथ सिंह टीम के लोगों ने इसके लिए सांसद अनुप्रिया पटेल के प्रति आभार जताया है।
बता दें कि यदुनाथ सिंह चुनार विधानसभा से चार बार विधायक रहे। 1980, 1985, 1989 तथा 1991 में। यह तो उनके व्यक्तित्व का एक पहलू था, दूसरा पहलू यह है कि वह आजाद भारत के सबसे बड़े क्रांतिकारी रहे। उनके जीवन पर राजेश पटेल ने एक पुस्तक लिखी है- ‘तू जमाना बदल’।
यदुनाथ सिंह का निधन 31 मई 2020 को हुआ था। 1966-67 में अंग्रेजी हटाओ आंदोलन में जो कूदे, फिर आंदोलन ही उनका जीवन बन गया। आंदोलन और यदुनाथ सिंह एक दूसरे केे पूरक बन गए। काशी नरेश द्वारा संचालित तीनों इंटर कॉलेजों में फीस माफी। रामनगर में पीपा पुल पथकर माफी, नरायनपुर में सरदार पटेल की प्रतिमा की स्थापना। बीएचयू में बैक पेपर की व्यवस्था। और भी न जाने कितने आंदोलन उन्होंने किए।
सबसे बड़ा आंदोलन इलाहाबाद हाईकोर्ट की एक बेंच पर कब्जा को माना जाता है। न्यायपालिका के खिलाफ जेहाद न इससे पहले कभी हुआ था, न बाद में हुआ। भविष्य में भी होने की कोई उम्मीद नहीं है। इसमें उनको सजा भी हुई थी। इस केस में यदुनाथ सिंह के साथ अदलहाट के शोभनाथ पटेल, कोलना के सुशील बाबा, मुगलसराय के शमीम मिल्की, शकुंतलाल यादव, मोहनलाल सोनकर थे। इनमें से शोभनाथ पटेल, शमीम अहमद मिल्की अभी हैं।
इनके अलावा यदुनाथ सिंह टीम के जिंदा लोगों में रामआसरे सिंह, बजरंगी सिंह कुशवाहा, सरदार सतनाम सिंह, हरबंश सिंह, नवल किशोर सिंह, शिवधनी सिंह, रामचंद्र सिंह, रामदुलार सिंह, जैसराम सिंह, अब्दुल सत्तार, इंद्रजीत शर्मा, मेवालाल गुप्ता आदि को भी इस कार्यक्रम की जानकारी नहीं दी गई। इनमें से किसी अन्य माध्यम से सूचना मिलने पर आनन-फानन में बजरंगी सिंह कुशवाहा कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे थे।
कुशवाहा ने शिलान्यास कार्यक्रम में यदुनाथ सिंह के पुत्र या पत्नी को जिला प्रशासन द्वारा न बुलाए जाने को भारी चूक बताया। उन्होंने जिले की सांसद अनुप्रिया पटेल द्वारा यदुनाथ सिंह के संघर्षों से भावी पीढ़ी को प्रेरणा लेने के उद्देश्य से चुनार दुर्गाजी मोड़ तिराहे का नामकरण यदुनाथ सिंह तिराहा के नाम पर करने की सराहना की। यदुनाथ सिंह विचार मंच की ओर से उनको धन्यवाद दिया।
नवल किशोर सिंह, राम आसरे सिंह, सरदार सतनाम सिंह, शमीम मिल्की आदि ने बताया कि सूचना होती तो कार्यक्रम में जरूर पहुंचते।सांसद अनुप्रिया पटेल की इस कार्य के लिए जितनी भी सराहना की जाए, कम ही है। वह मिर्जापुर जिले के सर्वांगीण विकास के साथ सभी के सम्मान के लिए भी काम कर रही हैं। ऐसा सांसद मिलना असंभव नहीं तो मुश्किल जरूर है।
यदुनाथ सिंह से आशीर्वाद लेतीं अनुप्रिया पटेल। (फाइल फोटो)
बता दें कि यदुनाथ सिंह की प्रतिमा स्थापित करने की मांग को लेकर उनके साथियों ने 31 मई 2023 को नरायनपुर में सरदार पटेल की प्रतिमा के नीचे विशाल धरना दिया था। 31 मई यदुनाथ सिंह की पुण्यतिथि होती है। यदुनाथ सिंह के निधन के बाद जब अनुप्रिया पटेल उनके घर शोक संवेदना व्यक्त करने गई थीं तो लोगों की मांग पर एक प्रतिमा स्थापित कराने का आश्वासन दिया था। माना जा रहा है कि उस आश्वासन को पूरा करने की दिशा में इस तिराहे का नामकरण व सुंदरीकरण पहली कदम है।
इस अवसर पर जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन डॉ. जगदीश सिंह, भूमि विकास बैंक के चेयरमैन विजय वर्मा, अपना दल एस के राष्ट्रीय सचिव मेघनाथ सिंह, व्यापार मंच के राष्ट्रीय सचिव रमेश सिंह पटेल, प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल सिंह पटेल, प्रदेश सचिव पंचायत मंच राजेंद्र प्रसाद पटेल, प्रदेश सचिव व्यापार मंच दुखरन सिंह पटेल, प्रदेश सचिव व्यापार मंच रवि शंकर सिंह पटेल, प्रदेश सचिव व्यापार मंच अवधेश पटेल, प्रदेश सचिव सहकारिता मंच अरुणेश पटेल, प्रदेश सचिव बौद्धिक मंच मुन्नर सिंह, महामंत्री भाजपा हरिशंकर सिंह पटेल, अपना दल एस के जिला महासचिव अमू्ल्य सिंह पटेल, जिला अध्यक्ष युवा मंच उदय पटेल, जिला अध्यक्ष सहकारिता मंच शालिक राम पटेल, निवर्तमान जिला अध्यक्ष आईटी मंच हेमंत कुमार बिंद, जिला सचिव संतोष विश्वकर्मा, विधानसभा अध्यक्ष गिरीश चंद पटेल, जिला उपाध्यक्ष युवा मंच राजदीप सिंह, जोन अध्यक्ष आलोक पटेल, राहुल ओझा, धर्मेंद्र पटेल, सदानंद पटेल आदि उपस्थित थे।