जरूरतमंद लोगों को कंबल देकर याद किया गया उग्र जी को
-वक्ताओं ने कहा, गरीबों की सेवा से बढ़कर कोई सेवा नहीं
चुनार ( सच्ची बातें)। चुनार की धरती के लाल रहे साहित्यकार पांडेय बेचन शर्मा उग्र जी की जयंती अलग अंदाज में मनाई गई। चुनार के साहित्यकारों ने इस अवसर पर गरीबों को कंबल वितरित किया, ताकि उनको कड़ाके की इस ठंड में परेशानी न हो। कार्यक्रम चुनार के पांडेय बेचन शर्मा उग्र सभागार में शुक्रवार 29 दिसंबर को आयोजित किया गया था। कंबल की व्यवस्था समाजसेवी कृष्णा यादव ने की थी।
जयंती समारोह में वरिष्ठ पत्रकार राजीव कुमार ओझा ने कहा कि समाज के सक्षम लोगों को दीन दुखियों, असहायों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। असहाय वृद्ध और दिव्यांगजन को इस भीषण ठंड में कंबल वितरण से बड़ी कोई पूजा नहीं हो सकती।
ओझा ने कहा कि आज जब परिवार का दायरा पति पत्नी और अपने बच्चों तक सिमट गया है, समाज के असहाय वृद्ध -दिव्यांगजन की सेवा के लिए आगे आने वाले समाज के संवेदनशील लोग प्रणम्य हैं, इनको सम्मान की नजर से देखा जाना चाहिए।
उन्होंने ऐसे सामाजिक यज्ञ की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए कहा कि भीषण शीतलहरी मे सरकारी मशीनरी द्वारा गरीब कल्याण के नाम पर कंबल वितरण की व्यवस्था जरूर की जाती है, लेकिन वह ऊंट के मुंह मे जीरा जैसी होती है। ऐसे सामाजिक यज्ञ की अहम भूमिका होती है। इनसे समाज के समृद्ध एवं सक्षम लोगों जरूरत मंदों की अपनी क्षमता अनुसार सहायता करनी चाहिए। वैयक्तिक स्तर पर भी घरों मे पड़े अनुपयोगी ऊनी कपड़े, शाल, स्वेटर,कंबल इत्यादि जरूरत मंदों को देना चाहिए।
कालजयी पत्रकार एवं साहित्यकार पांडेय बेचन शर्मा उग्र के चित्र पर माल्यार्पण से शुरू कंबल वितरण यज्ञ मे ड़ॉ. ब्रह्मानंद शुक्ला, अखिलेश पांडेय, नंदकिशोर तिवारी, गणेश पांडेय, शरद कुशवाहा, संसार पाठक, शाहिद आलम, मोहसिन कमाल सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। अतिथियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापन कृष्णा यादव ने किया।