यदुनाथ सिंह की प्रतिमा स्थापना की मांग को लेकर दिया गया धरना
पुण्यतिथि पर यदुनाथ सिंह विचार मंच की ओर से दी गई श्रद्धांजलि
चुनार-राजगढ़ मार्ग का नामकरण यदुनाथ सिंह के नाम से होने के बाद शिलापट्ट लगाने की मांग
नरायनपुर (मिर्जापुर) 31 मई। यदुनाथ सिंह विचार मंच के तत्वावधान में बुधवार को स्थानीय पटेल तिराहे पर सरदार पटेल की प्रतिमा के पास धरना दिया गया। इसके माध्यम से मांग की गई कि उनके जीवन संघर्षों से प्रेरणा लेने के लिए नरायनपुर से चुनार तक कहीं भी पूर्व विधायक संघर्ष के पर्याय चुनार से चार बार लगातार विधायक रहे यदुनाथ सिंह की प्रतिमा लगाई जाए।
इसके साथ ही चुनार-सक्तेशगढ़-राजगढ़ मार्ग पर कहीं भी यदुनाथ सिंह मार्ग का बोर्ड या शिलापट्ट लगाया जाए। इस मार्ग का नामकरण करीब दो साल पहले तत्कालीन लोकनिर्माण विभाग के मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने की थी। करीब दो घंटे के धरना के दौरान नरायनपुर का सरदार पटेल तिराहा यदुनाथ सिंह तू जमाना बदल का नारा गूंजता रहा। कार्यक्रम की शुरुआत लौहपुरुष सरदार पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई।
धरना के माध्यम से यदुनाथ सिंह विचार मंच से जुड़े लोगों ने कहा कि चुनार से चार बार लगातार विधायक रहे यदुनाथ सिंह एक व्यक्ति ही नहीं थे। वे विचार थे। संघर्ष के पर्याय थे। सही मायने में लोकतंत्र के चौकीदार थे। अपने जीवनकाल में जनता के हक व अधिकार के लिए वह सड़क से सदन तक लड़ते रहे। इसके लिए उनको पुलिस की लाठियां खानी पड़ीं, जेल की यातनाएं सहनी पड़ी थीं।
उनका नारा तू जमाना बदल आज भी लोगों की जुबान पर है। ऐसे महापुरुष की प्रतिमा लगने से मौजूदा व आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी। धरना का कार्यक्रम सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक चला। चूंकि 31 मई को ही यदुनाथ सिंह की पुण्यतिथि भी है, लिहाजा उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनको श्रद्धांजलि दी गई। इसके पहले सभी लोगों ने सरदार पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
धरना की अध्यक्षता यदुनाथ सिंह के पुराने साथी वयोवृद्ध शोभनाथ पटेल ने की। शोभनाथ ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की एक बेंच पर कब्जा के दौरान जज को थप्पड़ जड़ा था। संचालन किसान कल्याण समिति जरगो कमांड के कार्यवाहक अध्यक्ष बजरंगी सिंह कुशवाहा ने किया।
धरना में पूर्व विधायक जगदम्बा सिंह पटेल, पराग दुग्ध संघ के पूर्व चेयरमैन नवल किशोर सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता राजनाथ सिंह, दौलत सिंह, यदुनाथ सिंह के सुपुत्र धनञ्जय सिंह, देश में सबसे कम उम्र (14 साल) में आपातकाल के दौरान जेल जाने वाले सरदार सतनाम सिंह, हरवंश सिंह, इंद्रजीत शर्मा, शमीम अहमद मिल्की, सरदार अवतार सिंह, अहरौरा सहकारी समिति के अध्यक्ष जैसराम सिंह, मेवा लाल, महंत सिंह, डॉ. प्रवीण सिंह, चौधरी राजेंद्र सिंह, अहरौरा नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन राजेंद्र प्रसाद सोनकर, अन्नदाता मंच के संयोजक चौधरी रमेश सिंह, ग्राम प्रधान संघ जमालपुर के अध्यक्ष राणा प्रताप सिंह, विजय सिंह, आनंद कुमार आज़ाद, कयामुद्दीन अंसारी, गुलाब अंसारी, रामदुलार सिंह, राजेंद्र बिंद आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संयोजन राजेश पटेल ने किया।
धरना के अंत में चुनार तहसील के एसडीएम के प्रतिनिधि के रूप में नायब तहसीलदार अरुण कुमार यादव ने धरनास्थल पर आकर मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन लिया। उन्होंने आश्वस्त किया कि इस ज्ञापन को जिलाधिकारी के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार को भेज दिया जाएगा। राजेश पटेल ने यदुनाथ सिंह के जीवन पर आधारिक पुस्तक तू जमाना बदल की एक प्रति भी नायब तहसीलदार अरुण कुमार यादव को भेंट की, ताकि वे भी यदुनाथ सिंह के संघर्षों के अवगत हो सकें।