
: नये की तरह चलेगा आपका पुराना स्मार्टफोन, बस कर लें ये काम
Sat, Aug 24, 2024
हैंग होने की समस्या से मिल जाएगा छुटकारा
नई दिल्ली।
स्मार्टफोन पुराना होने के बाद उसके हैंग होने की दिक्कत का सामना कई यूजर्स करते हैं। पुराना स्मार्टफोन होने की वजह से फोन के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों पुराने हो जाते हैं, जिसका असर फोन की परफॉर्मेंस में देखने को मिलती है। हालांकि, अगर आप कुछ बातों का ध्यान रखेंगे तो आपका पुराना स्मार्टफोन भी एकदम मक्खन की तरह स्मूद चलेगा। .
इन बातों का रखें ध्यान
अक्सर पुराने स्मार्टफोन में लगा
स्क्रीन प्रोटेक्टर
यानी स्क्रीन गार्ड या टेम्पर्ड ग्लास पुराना हो जाता है। पुराने स्क्रीन गार्ड पर कई तरह से स्क्रेच लग जाते हैं, जो हमें नहीं दिखाई देते हैं। स्क्रीन प्रोटेक्टर में स्क्रेच लगने या पुराने होने की वजह से डिस्प्ले का टच स्मूद नहीं रहता है, जिसकी वजह से फोन की परफॉर्मेंस पर भी असर होता है। ऐसे में आपको समय-समय पर फोन के स्क्रीन गार्ड को बदलते रहना चाहिए।
इसके अलावा फोन की क्लीनिंग भी बेहद जरूरी है। पुराने फोन को आप समय-समय पर साफ करते रहें, ताकि फोन की धूल-मिट्टी यानी डस्ट पार्टिकल को दूर किया जा सकता है। ऐसा करने से फोन की विजुअल एक्सपीरियंस बेहतर हो सकती है।
पुराने फोन में कम रैम और कम स्टोरेज मिलते हैं। ऐसे में अपने फोन की स्टोरेज को समय-समय पर खाली करते रहें, ताकि फोन स्मूदली काम कर सके।
यही नहीं, अपने स्मार्टफोन के सॉफ्टवेयर को भी समय-समय पर अपडेट करते रहें। कई पुराने फोन में 3 साल तक का ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर अपडेट मिल जाता है। फोन अपडेट होने की वजह से हैकर्स के अटैक से बचा जा सकता है और फोन की परफॉर्मेंस भी ठीक की जा सकती है।
इसके अलावा अपने स्मार्टफोन से उन ऐप्स को अनइंस्टॉल कर दें, जिसकी आपको जरूरत नहीं है। ऐसा करे से फोन का स्पेस खाली हो जाता है, ताकि आप कोई अन्य यूटिलिटी ऐप्स को अपने फोन में इंस्टॉल कर सकते हैं।
अपने स्मार्टफोन को कभी भी ओवरचार्ज न होने दें। ऐसा करने से इसका असर फोन पर पड़ सकता है।
फोन के ऑपरेटिंग सिस्टम को अपडेट करते रहने के साथ-साथ फोन में इंस्टॉल हुए ऐप्स को भी समय-समय पर अपडेट करते रहें।

: यदि आप यू-ट्यूब चैनल चलाते हैं तो यह खबर आपके लिए ही है...
Fri, Aug 23, 2024
यूट्यूब चैनल हैक होने से बचाएगा गूगल का नया एआई टूल!
नई दिल्ली (सच्ची बातें)।
आपका यूट्यूब चैनल है और कभी अचानक से किसी दिन वह हैक हो जाए और आपका कंटेंट गायब हो जाए। साथ ही चैनल का नाम बदल दिया जाए और चैनल का एक्सेस नहीं मिल रहा हो तो ऐसी स्थिति में क्या होगा। यूट्यूब चैनल के साछ इस तरह की समस्या काफी आम है। यह परेशानी सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं है, बल्कि दुनियाभर में यह दिक्कत है।
गूगल ने परेशानी की पहचान की
यूट्यूब चैनल पर लगातार बढ़ती इस समस्या की गूगल ने पहचान की और इससे निपटने के लिए एक खास तैयारी भी है। गूगल ने इस परेशानी को दूर करने के लिए एक खास टूल पेश किया है। एआई टूल के जरिए इस तरह की दिक्कत को दूर किया जा सकता है। इस टूल को खासतौर पर इस तरह से डिजाइन किया गया है कि हैक हुए यूट्यूब चैनल को जल्द से जल्द से रिकवर किया जाए। साथ ही यूट्यूब चैनल को एक बार फिर से ठीक जाए।
यूट्यूब का एआई आधारित रिकवरी टूल
गूगल के इस टूल से उन क्रिएटर्स को सबसे ज्यादा फायदा होगा, जो अपने चैनल पर पूरी तरह से निर्भर है और उनका अकाउंट एक्सेस नहीं हो रहा है। क्रिएटर्स के लिए यह टूल काफी उपयोगी है, क्योंकि ज्यादातर मामलों में चैनल ही क्रिएटर्स के लिए सबकुछ होता है। यूट्यूब प्लेटफॉर्म पर रोलआउट किए गए एआई टूल के जरिए उन क्रिएटर्स को भी फायदा मिलेगा, जिन्हें लगता है कि उनका अकाउंट किसी भी समय हैक हो सकता है, या फिर उनका चैनल किसी हैकर्स के निशाने पर आ सकता है। ऐसे में यह टूल पूरी तरह से अकाउंट की सेफ्टी काम करेगा।
यूट्यूब हेल्प सेंटर पर जाना होगा
यूट्यूब के एआई टूल का फायदा लेने के लिए यूट्यूब हेल्प सेंटर पर जाना होगा। इसके बाद कोई भी क्रिएटर इसकी सुविधा ले सकता है। यूट्यूब एआई पावर्ड टूल को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि क्रिएटर्स को आसानी से इसका इंटरफेस समझ में आ सके। इसके लिए एआई टूल यूजर्स को गाइड भी करता है, ताकि एआई टूल का फायदा आसानी से लिया जा सके।
गूगल अकाउंट भी रहेगा सेफ
यह टूल सबसे पहले यूजर्स का गूगल अकाउंट सेफ करता है। इसके बाद रीजन पर नियंत्रण मिलता है और फिर कंटेंट को डिलीट न किया जाए, इसके लिए टूल की मदद ले सकते हैं। हैकर चैनल के नाम में किसी तरह का बदलाव न करें और कंटेंट के साथ किसी तरह की छेड़छाड़ न हो। इसके लिए भी विकल्प मिलता है। यूट्यूब एआई पावर्ड टूल फिलहाल अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध है। साथ ही इसका दायरा फिलहाल कुछ ही क्रिएटर्स तक सीमित है। यूट्यूब इसका दायरा बढ़ाने के लिए काम रही है, मगर इसमें काफी समय लग सकता है।

: आपकी तन्हाई मिटाएगा गूगल का AI, इंसानों की तरह करेगा बातें
Wed, Aug 21, 2024
जानिए कैसे काम करेगा यह डिवाइस
नई दिल्ली:
गूगल ने हाल ही में अपने 'Made By Google इवेंट में Pixel 9 सीरीज सहित कई डिवाइस लॉन्च किए। इसके अलावा कंपनी अपना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) बेस्ड टूल Google Gemini Live भी पेश कर दिया। इस टूल की मदद से यूजर्स AI से इंसानों की तरह बातें कर सकेंगे और उससे अपने ढेर सारे काम भी करवा सकेंगे।गूगल का कहना है कि सबसे पहले Google Gemini Live का सपोर्ट और ऐक्सेस उसके Pixel लाइनअप में दिया जाएगा। इसके बाद इसे बाकी यूजर्स के लिए जारी किया जाएगा। यह टूल अंग्रेजी भाषा में इंसानों से बात कर सकता है।गूगल ने बताया कि इस AI को बिना किसी टेक्स्ट के सिर्फ बोलकर कमांड दी जा सकती है और आसानी से इससे अपने काम करवाए जा सकते हैं। जानकारी के मुताबिक Gemini Live आपके से की गई पिछली बातों को भी याद रख सकता है और उसके आधार पर रिजल्ट्स दिखाता है।
Gemini Live AI के फीचर्स
कंपनी का दावा है कि गूगल का Gemini Live AI डेटा प्राइवेसी और सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए रिजल्ट्स दिखाता है। इससे यूजर्स का डेटा लीक होना का खतरा नहीं है. गूगल का यह AI टूल यूजर्स से 10 अलग-अलग आवाजों में बात कर सकता है। यूजर्स अपनी पसंदीदा आवाज सेलेक्ट करके सेट कर सकते हैं और AI टूल से बात कर सकते हैं। यह AI टूल मल्टीमॉडल इनपुट सपोर्ट के साथ-साथ टेक्स्ट, वॉइस और इमेज को समझ सकता है।
Gmail यूजर्स भी कर सकेंगे इस्तेमाल
यूजर्स को लेटेस्ट Gemini Live का एक्सेस Gmail और गूगल मैसेज ऐप में भी दिया गया है। यानी जीमेल और गूगल मैसेज यूजर्स भी इसका इस्तेमाल कर सकेंगे और आसानी से फोटो को इन ऐप्स में ड्रैग एंड ड्रॉप कर पाएंगे। यूजर्स इसकी मदद से यूट्यूब वीडियोज से जुड़ी जानकारी भी जुटा सकेंगे।
कैसे यूज करें Gemini Live?
जो यूजर्स Gemini Live और इसके एडवांस्ड फीचर्स को एक्सेस करने के लिए यूजर्स को Gemini Advanced का सब्सक्रिप्शन लेना होगा। फिलहाल इसके सब्सक्रिप्शन की फीस 20 डॉलर (करीब 1,678 रुपये) है। इसके अलावा Gemini का एक्सेस फ्री में भी दिया जा रहा है, लेकिन वे सभी एडवांस्ड फीचर्स फ्री वर्जन में इस्तेमाल नहीं कर सकते।
रोजमर्रा की मदद के लिए जुड़ेंगे और भी ऐप
Gemini आज आपके द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सभी Google ऐप और टूल के साथ एकीकृत करके बड़े और छोटे कामों में मदद कर सकता है और दूसरे असिस्टेंट से अलग इसके लिए आपको ऐप और सर्विस के बीच जाने की जरूरत नहीं पडे़गी।गूगल ने कहा कि हम आने वाले हफ्तों में Keep, Tasks, Utilities और YouTube Music पर विस्तारित सुविधाओं सहित नए एक्सटेंशन लॉन्च करेंगे। इसके जल्द ही Calendar एक्सटेंशन के साथ, कॉन्सर्ट फ़्लायर फोटो क्लिक और टिकट खरीदने के लिए रिमाइंडर भी सेट कर पाएंगे।