विचार मूस मोटइहें लोढ़ा होइहें, ना हाथी ना घोड़ा होइहें… Sachchi Baten Jun 15, 2023 0 मूस कितना भी अनाज संचय कर ले, लेकिन मुसहर उसकी जान भी लेता है और अनाज भी -आचार्य निरंजन सिन्हा यह बिहार की ग्रामीण संस्कृति…