October 12, 2024 |

- Advertisement -

फीस के लिए स्कूल से नाम काटने पर 12वीं के छात्र ने की आत्महत्या, जानिए कहां का है मामला

Sachchi Baten

 

फीस जमा करने गए मां-बेटे के साथ प्रधानाचार्य व क्लास टीचर पर बदसलूकी का आरोप

 

मामला प्रयागराज के एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज का

 

 

स्कूल से घर लौटने पर फांंसी लगाकर जान दे दी किशोर ने

 

पिता  की तहरीर पर जांच में जुटी पुलिस, स्कूल प्रबंधन ने आरोपों को बताया निराधार

 

प्रयागराज (सच्ची बातें)। स्कूल की फीस  न जमा करने पर नाम काट दिए जाने से दुखी छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मामला प्रयागराज के एंग्लो  बंगाली इंंटर कॉलेज से जुड़ा है। मृतक छात्र 12वीं में पढ़ता था। उसके पिता की तहरीर पर पुलिस ने जांच शुरू  कर दी है। स्कूल प्रबंधन का कहना हैै कि सारे आरोप निराधार हैं। मृत छात्र का नाम यथार्थ गुप्ता उर्फ ओम है।

                                               अपने परिवार के साथ यथार्थ (फाइल फोटो)

 

प्रयागराज के खुल्दाबाद थाना क्षेत्र के गाड़ीवान टोला निवासी यथार्थ के पिता त्रिलोकी  केसरवानी ने पुलिस को दी गई तहरीर  में आरोप लगाया है कि  15 सितंंबर को उनका बेटा अपनी मां के साथ फीस जमा करने स्कूल में गया था। वहां प्रधानाचार्य, क्लास टीचर व अन्य स्टाफ द्वारा बदसलूकी तथा बदतमीजी की गई। कहा गया कि बच्चे का नाम काट दिया गया है।

इससे दुखी  होकर यथार्थ घर आकर फांसी के फंदे पर झूल गया। इसके चलते उसकी मौत हो गई। त्रिलोकी ने  आरोप लगाया है कि स्कूल प्रधानाध्यापक व अन्य स्टाफ ने उनके बच्चे को फांसी लगाने के लिए मजबूर किया।

उधर स्कूल प्रबंधन के अनुसार यथार्थ स्कूल आता ही नहीं था। कक्षा 11 में वह एक दिन भी स्कूल नहीं आया। उसे  प्रोन्नति देकर 12वींं में किया गया। पर, उसके रवैये में कोई सुधार नहीं हुआ। इसके कारण उसका नाम काट दिया गया  था।  फीस भी नहीं जमा थी। क्लास टीचर रेखा दत्ता व अन्य स्टाफ के अनुसार स्कूल में उसकी मां ने भी उसे डाटा था।  फीस जमा न होने के बाबत बताए जाने पर उसकी मां ने कहा कि इसे फीस की रकम दी गई थी।

जानकारी होने के बाद यथार्थ के घर पहुंचे प्रधानाध्यापक स्वास्तिक बोस ने पुलिस को बताया कि छात्र का नाम काटे जाने की जानकारी उनको नहीं थी। जब छात्र अपनी मां के साथ स्कूल गया था तो उस समय वह किसी काम से बाहर गए थे।

बहरहाल दोनोंं पक्ष के अपन-अपने दावे व एक-दूसरे पर आरोप है। लेकिन यथार्थ तो चला  गया। पुलिस जांच कर रही है। इसमें  कुछ भी निकलकर सामने आ सकता है, पर यथार्थ अब सामने कभी नहीं आ पाएगा। उसने तो अनंंत का सफर चुन लिया।

 

 

 


Sachchi Baten

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

Leave A Reply

Your email address will not be published.