September 16, 2024 |

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एसटीएफ ने 25 वर्षों में श्रीप्रकाश शुक्ला उर्फ अन्ना शुक्ला समेत मार गिराए 185 कुख्यात

Sachchi Baten

स्पेशल टास्क फोर्स ने हाल ही में कुख्यात अनिल दुजाना को मेरठ में किया ढेर

लखनऊ (सच्ची बातें)  :  उत्तर प्रदेश में संगठित अपराध के खात्मे के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निर्देश पर यूपी पुलिस की जिस विशेष शाखा एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) का गठन चार मई, 1998 को हुआ था, उसकी उपलब्धियों की सूची लंबी रही है। एसटीएफ गुरुवार को 25 वर्ष की हो गई और इस अवधि में उसने आतंक का पर्याय रहे श्रीप्रकाश शुक्ला से लेकर अनिल दुजाना तक 145 मुठभेड़ों में कुल 185 कुख्यात बदमाशों को मार गिराया है।
इनमें कई आतंकी भी शामिल हैं। अब तक 53 आतंकियों व 963 इनामी बदमाशों को सलाखों के पीछे भी पहुंचाया है। इसे संयोग ही कहेंगे कि एसटीएफ के स्थापना दिवस के दिन उसकी टीम का सामना दुजाना से हुआ और वह मारा गया।
                                                                                                       कुख्यात श्रीप्रकाश शुक्ल उर्फ अन्ना शुक्ला का स्केच
इतिहास के पन्ने पलटिए तो 26 जुलाई, 1998 वह तारीख थी, जब तत्कालीन एडीजी कानून-व्यवस्था अजय राज शर्मा के नेतृत्व में गठित की गई एसटीएफ ने पहली बार 50 हजार रुपये के इनामी बदमाश सगीर को लखनऊ के चिनहट क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में मार गिराया था। इलेक्ट्रानिक सर्विलांस के सहारे एसटीएफ आगे बढ़ी। एसटीएफ ने 11 नवंबर, 1998 को पहली बार दिल्ली पुलिस की मदद से मुठभेड़ के बाद मुन्ना बजरंगी को पकड़ा था। तब दोनों ओर से हुई गोलीबारी में मुन्ना को कई गोलियां लगी थीं और वह गंभीर रूप से घायल हुआ था। इसके बाद एसटीएफ ने मुड़कर नहीं देखा।
22 सितंबर, 1998 को वह समय भी आया, जब एसटीएफ की टीम ने आतंक का पर्याय रहे श्रीप्रकाश शुक्ला को गाजियाबाद में घेर लिया था। दोनों ओर से ताबड़तोड़ गोलियां चलीं थीं और श्रीप्रकाश अपने साथी सुधीर त्रिपाठी व अनुज प्रताप सिंह के साथ मारा गया था। 13 अगस्त, 2001 को आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के एरिया कमांडर इमरान को मार गिराने के बाद एसटीएफ की धमक और बढ़ी।
प्रदेश को दस्यु विहीन किया : प्रदेश को दस्यु विहीन करने में भी एसटीएफ की बड़ी भूमिका रही है। एसटीएफ ने अक्टूबर, 2021 में पांच लाख के इनामी डकैत गौरी यादव उर्फ अभयभान को मारकर दस्यु आतंक के ताबूत में अंतिम कील ठोंकी थी। वर्ष 2005 में इटावा के बीहड़ में निर्भर गुर्जर मारा गया था। एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश (तत्कालीन एसएसपी एसटीएफ) ने वर्ष 2007 में दस्यु आतंक के खात्मे की जंग छेड़ी थी, जिसके बाद छोटा पटेल, ददुआ, ठोकिया समेत अन्य दस्यु अलग-अलग मुठभेड़ में मारे गए थे।

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