November 7, 2024 |

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श्रद्धाराशिः अपने दिवंगत साथी को इस तरह से श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं यूपी के शिक्षक

Sachchi Baten

प्रेरक स्टोरी- Teachers Self Care Team

किसी साथी के दिवंगत होने पर उसके आश्रित को लाखों रुपये की मदद दे रही शिक्षक टीम

टीचर्स सेल्फ केयर टीम TSCT से उत्तर प्रदेश के अधिसंख्य शिक्षक जुड़े हैं

50-50 रुपये की सहायता से हो जा रहे हैं 40-45 लाख

बीच में कोई नहीं, सीधे आश्रित के खाते में शिक्षक भेजते हैं श्रद्धा की राशि

अदलहाट की स्व. शिक्षक प्रीति सिंह के नॉमिनी को 50-50 रुपये की श्रद्धाराशि से मिलेंगे कुल करीब 40 लाख

                 दिवंगत शिक्षिका प्रीति सिंह 

राजेश कुमार दुबे, जमालपुर (सच्ची बातें) । टीचर्स सेल्फ केयर टीम। शॉर्ट नेम बोले तो TSCT टीएससीटी। यह टीम ऐसी है, जो बूंद-बूंद कर घड़ा भर देती है। 50-50 रुपये का सहयोग करते हैं तो वह कुल मिलाकर 40-45 लाख रुपये हो जाता है। जी हां, इस टीम के आह्वान पर उत्तर प्रदेश भर के शिक्षक प्रदेश के किसी भी कोने में किसी शिक्षक के दुःखद निधन पर इसी तरह से सहयोग कर रहे हैं।

इसकी टीम की सबसे खास बात यह है कि श्रद्धा राशि को शिक्षक अपने दिवंगत शिक्षक साथी के कानूनी वारिस के खाते में ही सीधे भेजते हैं। बीच में कोई बैंक न खाता।

इस टीम के संस्थापक विवेकानंद को जाता है। वह प्रयागराज में रहते हैं। शंकरगढ़ बीआरसी के पास के बेसिक विद्यालय में पढ़ाते हैं.  उन्होंने जब इस टीम का गठन किया। इसके कुछ ही दिनों बाद कोरोना का तांडव शुरू हो गया। पहले टीम में सदस्य कम थे। इसलिए श्रद्धा की राशि ज्यादा होती थी। फिर भी करीब 15 लाख रुपये की मदद हो ही जाती थी।

जैसे-जैसे टीम की संख्या बढ़ने लगी तो श्रद्धा की राशि भी उसी हिसाब के कम होने लगी। पहले 200, फिर 100, 80, 60 और अब 50 रुपये कम से कम श्रद्धा की राशि है।

इसमें स्पष्ट कर दिया गया है कि जो शिक्षक जरूरत पड़ने पर श्रद्धा की राशि देंगे, वही इस अभिनव योजना के लाभ के पात्र भी होंगे।

अभी हाल ही में दिवंगत शिक्षिका प्रीति सिंह के घर मिर्जापुर जनपद के अदलहाट जाकर टीचर सेल्फ केयर टीम के पदाधिकारियों ने पीड़ित परिवार का हाल जाना और उन्हें टीम की तरफ से हर संभव मदद के लिए कहा गया।

दिवंगत शिक्षक प्रीति सिंह के घर पहुंचे टीचर्स सेल्फ केयर टीम के सदस्य।

 

प्रीति सिंह का निधन बीते 15 फरवरी को हुआ था। प्रीति सिंह टीचर सेल्फ केयर टीम टीम की वैध सदस्य थीं। इनका सितंबर 2022 से जनवरी 2023 तक लगातार सहयोग प्राप्त हुआ था। प्रदेश टीम के दिशानिर्देशन में आज TSCT की पूरी जिला कार्यकारिणी प्रीति सिंह के घर पहुंचकर उनके परिवार, पति और बच्चों से मिली तथा उनके सहयोग के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट प्राप्त की।

जिला संयोजक रविंद्र कुमार यादव द्वारा परिवार की बातचीत भी TSCT के प्रदेश अध्यक्ष तथा संस्थापक विवेकानंद से कराई गई। इसी महीने यानी की 25 जून तक प्रीति सिंह के नॉमिनी को सहयोग होगा।

जिला सह संयोजक आलोक कुमार मिश्रा ने बताया कि TSCT एक ऐसी संस्था है, जिसको स्वयं शिक्षकों ने बनाया है। यह संस्था दिवंगत शिक्षक के परिवार को आर्थिक रूप से सहायता करती है।

इस समय संस्था के सभी सदस्य मिलकर अपने मात्र 50 रुपये के सहयोग से एक पीड़ित परिवार को लगभग 40 लाख की सहायता दे रहे हैं। अभी तक इस संस्था के द्वारा 111 परिवारों को लगभग 24 करोड़ की सहायता राशि पहुंचाई जा चुकी है।

स्थलीय निरीक्षण में जिला संयोजक रविंद्र कुमार यादव, जिला प्रवक्ता राकेश कुमार पटेल, जिला सह संयोजक शशि प्रकाश पांडेय, जिला सह संयोजक पार्थसारथी, जिला सह संयोजक आलोक कुमार मिश्रा, दिग्विजय सिंह के साथ साथ शिक्षक साथी निखिल कुमार सिंह, जितेंद्र कुमार सिंह तथा रजनीश चतुर्वेदी उपस्थित रहे।

इस टीम में अभी बेसिक व माध्यमिक शिक्षक ही जुड़ सकते हैं। शिक्षा मित्र, अनुदेशक, बीईओ आदि को शामिल करने का प्रस्ताव विचाराधीन है।


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Sachchi Baten

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