September 16, 2024 |

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पीआइबी के ‘वार्तालाप’ कार्यक्रम में सामने आई ‘नारी सशक्तीकरण’ की हकीकत

ऐतिहासिक नगर चुनार में जिले आयोजित इस कार्यक्रम में जिले के विभिन्न कस्बों से 60 से अधिक पत्रकारों ने किया प्रतिभाग

Sachchi Baten

पीआइबी के ‘वार्तालाप’ कार्यक्रम में सामने आई ‘नारी सशक्तीकरण’ की हकीकत

 

कार्यक्रम में मंच पर बैठे बाएं से क्रमशः वरिष्ठ पत्रकार सरदार रणवीर सिंह, बीडीओ शिवनरायन सिंह, डॉ. प्रो. बाला लखेंद्र, ब्लॉक प्रमुख चंद्रप्रकाश सिंह, अवकाश प्राप्त अधिकारी नरसिंह राम और सच्ची बातें के प्रधान संपादक राजेश पटेल।

 

  • केंद्र की सरकार लोगों की मदद और सक्षम लोगों को अवसर देने वाली सरकार है–ब्लॉक प्रमुख चंद्रप्रकाश सिंह
  • फेक न्यूज लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा,  सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण -एसडीएम नवनीत सेहरा
  • पत्रकार का अपडेट रहना बहुत जरूरी -डॉ. प्रो. बाला लखेन्द्र (बीएचयू पत्रकारिता विभाग)
  • पक्षकार न बनें पत्रकार- राजेश पटेल (प्रधान संपादक sachchibaten.com)
  • वार्तालाप कार्यक्रम में सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों ने भी रखी अपनी बात
चुनार (सच्ची बातें)। आजादी के बाद से आज तक नारी सशक्तीकरण के लिए न जाने कितनी योजनाएं चलाई गईं। सरकारें देश की आधी आबादी के इंपावरमेंट को बड़ी उपलब्धियों में से एक बताती रही हैं, आज की सरकार भी इसका ढिंढोरा पीट रही है, लेकिन ऐतिहासिक नगरी चुनार में बुद्धिजीवियों के एक कार्यक्रम में इस दावे की कलई खुल गई।
दरअसल इस कार्यक्रम में भारत सरकार की गरीब कल्याण योजनाओं के लाभार्थियों को भी इस कार्यक्रम में अपनी बात रखनी थी।
                                       दीप जलाकर वार्तालाप कार्यक्रम का उद्घाटन करते अतिथिगण।
चुनार के पास के ही एक गांव की एक किशोरी को अपनी बात रखने के लिए जब डायस पर बुलाया गया तो वह अपनी बात ठीक से रख ही नहीं पाई। जबकि वह स्नातक तृतीय वर्ष की छात्रा थी। बीए की छात्रा अपनी बात न रख पाए, इस पर कुछ वक्ताओं ने चिंता भी व्यक्त की। हां, इसका दूसरा पहलू भी दिखा। इसी कार्यक्रम में एक और लड़की आई थी, जो एक न्यूज पोर्टल की संपादक है। उसने जिस अंदाज में अपना परिचय दिया, लोगों ने काफी तारीफ की।
प्रसारण मंत्रालय के पत्र सूचना कार्यालय (पीआइबी) वाराणसी के तत्वावधान में मीरजापुर जनपद के चुनार में क्षेत्रीय पत्रकारों और भारत सरकार के बीच संवाद स्थापित करने के उद्देश्य से वार्तालाप का आयोजन मंगलवार 21 मार्च को नरायनपुर ब्लॉक कार्यालय परिसर के सभागार में किया गया।

 

                                                              कार्यशाला के बाद फोटो सेशन।

 

इस कार्यक्रम में जनपद के विभिन्न क्षेत्रों के 60 से अधिक पत्रकारों ने हिस्सा लिया। कार्यशाला का विधिवत शुभारंभ चुनार उपजिलाधिकारी नवनीत सेहारा, नरायनपुर ब्लॉक के प्रमुख चंद्रप्रकाश सिंह, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के वरीय प्राध्यापक डॉ. बाला लखेंद्र, खंड विकास अधिकारी शिवनारायण सिंह, वरिष्ठ पत्रकार रणवीर सिंह, पूर्व अधिकारी नरसिंह राम, डॉ. लालजी, पीआइबी वाराणसी के मीडिया एवं संचार अधिकारी प्रशांत कक्कड़ ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर किया।

 

          अमर उजाला के शेरवां संवाददाता राजेश दुबे को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित करते अतिथिगण।

कार्यक्रम के दौरान सीबीसी सूचना प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से आठ साल सेवा,  सुशासन और गरीब कल्याण विषय पर फोटो प्रदर्शनी भी लगाई गई गई थी। बतौर मुख्य अतिथि कार्यशाला में उपजिलाधिकारी नवनीत सेहारा ने कहा कि स्वच्छ पत्रकारिता लोकतंत्र की प्राण है। निर्भयता पूर्वक सच्ची व अच्छी पत्रकारिता करना आपका कर्तव्य है। आपकी रिपोर्ट सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
उन्होंने फेक न्यूज को देश के लिए बड़ा खतरा बताया और किसी भी खबर को पुष्ट कर छापने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि आज टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर कई तरीके से फेक और भ्रमित करने वाले न्यूज लोगों तक पहुंचाए जा रहे हैं। हम सभी को टेक्नोलॉजी के विभिन्न टूल्स का इस्तेमाल कर फेक न्यूज को प्रसारित करने से बचना चाहिए। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि संदिग्ध सूचना को क्रॉस चेक करें और संबंधित अधिकारियों से बात कर ही खबर छापें या विभिन्न माध्यम से प्रसारित करें।
नारायणपुर ब्लॉक के प्रमुख चंद्रप्रकाश सिंह ने कहा कि मीडिया सरकार की आंख और कान के रूप में कार्य करता है और प्रतिक्रिया प्राप्त करने व जमीनी स्तर पर योजनाओं के कार्यान्वयन के संबंध में चिंताओं को दूर करने के लिए इस तरह का समन्वय आवश्यक है।  उन्होंने कहा कि वर्तमान में केंद्र और राज्य की सरकार लोगों की मदद और सक्षम लोगों को अवसर देने वाली सरकार है। यह काम करने के साथ लोगों को कर्तव्यों का अहसास कराने वाली सरकार है।
केंद्रीय संचार ब्यूरो के पूर्व अधिकारी डॉ. नरसिंह राम ने कहा कि केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की सकारात्मक एवं विकासात्मक रिपोर्टिंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस वार्तालाप का आयोजन किया गया है। यह  कार्यक्रम दोतरफा संवाद का माध्यम है और इस जिले में ऐसे कार्यक्रम कराने का उद्देश्य यही है कि विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ ग्रामीण क्षेत्र के लोग ज्यादा से ज्यादा उठा सकें। तथ्यों पर आधारित पत्रकारिता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि खबर की प्रमाणिकता की पुष्टि के लिए पीआइबी फैक्ट चेक की प्रणाली अपनाई गई है। किसी भी तथ्य की पुष्टि करने के लिए पीआइबी की वेबसाइट पर जाकर आवेदन किया जा सकता है।
वरिष्ठ पत्रकार रणवीर सिंह ने अपने क्षेत्र में पत्रकारों की सकारात्मक भूमिका की सराहना की। उन्होंने एक मंच पर विधायिका, कार्यपालिका और पत्रकारों को एकजुट करने के लिए पीआइबी को धन्यवाद दिया।
वरिष्ठ पत्रकार राजेश पटेल ने उपस्थित पत्रकार साथियों को निरंतर अध्ययन करने और अपडेट रहने की सलाह दी।कहा कि यदि पत्रकार पक्षकार न बनें तो उनको कोई खतरा नहीं है।
खंड विकास अधिकारी शिवनारायण सिंह ने कहा कि सरकार और जनता के बीच मीडिया की भूमिका अहम है। इसलिए इसकी उपयोगिता और गंभीरता हमेशा बनाए रखने की जरूरत है। उन्होंने इस दौरान विकास खंड की विभिन्न योजनाओं की स्थिति को भी साझा किया। उन्होंने कहा कि आप पत्रकार साथियों की रिपोर्ट हमें बेहतर करने के लिए प्रेरित करती है।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में मीडिया जगत के वरिष्ठ पत्रकारों ने ग्रामीण पत्रकारों को लेखन शैली और ग्रामीण पत्रकारों की चुनौतियों के बारे में बताया। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के वरीय प्राध्यापक डॉ. बाला लखेंद्र ने प्रसिद्ध समाजशास्त्री रोबिन मोर्गन के कथन ‘सूचना शक्ति है‘ की उपयोगिता और वर्तमान समय में पत्रकारिता के क्षेत्र में आई चुनौतियों की चर्चा की। उन्होंने ने खबरों के फॉलोअप के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता के आंदोलन में पत्रकारिता महत्वपूर्ण हथियार रहा है। यह राष्ट्रीय और जनचेतना जगाने का माध्यम बना। पत्रकार साथियों को यह उद्देश्य आज भी बरकरार रखने की जरूरत है।
पत्र एवं सूचना कार्यालय, वाराणसी के प्रभारी और कार्यक्रम के नोडल अधिकारी प्रशांत कक्कड़ ने कहा कि पीआइबी राष्ट्रीय तथा प्रदेश की राजधानियों के पत्रकारों तक सीमित न रह कर जिला तथा खंड स्तर पर कार्य करने वाले मीडिया कर्मियों तक भी पहुंचा है।
उन्होंने भारत सरकार द्वारा पत्रकारों के कल्याण के लिए चलाई जा रही पत्रकार कल्याण योजना के बारे में जानकारी दी और कहा कि इस योजना के माध्यम से पत्रकारों को कार्य करते समय होने वाली दुर्घटना या स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के उपचार के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है। कोरोना काल में यूपी में अनेक पत्रकारों को इस प्रकार की सहायता राशि भारत सरकार द्वारा दी गई है। कोई भी पत्रकार सूचना और प्रसारण मंत्रालय की वेबसाइट पर जाकर अपना विवरण भरकर इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकता है तथा इस योजना के बारे में समुचित जानकारी मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
मंच संचालन और ग्रामीण क्षेत्र और विकासात्मक रिपोर्टिंग में  मीडिया की भूमिका पर चर्चा सीबीसी के फील्ड पब्लिसिटी अधिकारी डॉ. लालजी ने किया। वरिष्ठ पत्रकार राजेश अग्रहरि ने कहा कि आज की पत्रकारिता कई चुनौतियों से जूझ रही है। ऐसे हालात में  अच्छी, स्वतंत्र और निष्पक्ष पत्रकारिता की समाज में जरूरत और बढ़ गई है। धन्यवाद ज्ञापन  मीरजापुर जनपद के दूरदर्शन संवाददाता समीर वर्मा ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में वरिष्ठ पत्रकार पसूका वाराणसी के  सत्येंद्र कुमार, शिव कुमार झा और बीरबल पाल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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