September 16, 2024 |

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राज्यसभा चुनावः सपा को सता रहा क्रॉस वोटिंग का डर, 8 विधायक सस्पेंस में

Sachchi Baten

राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान शुरू

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26 फरवरी की शाम सपा के आठ विधायक नहीं पहुंचे थे अखिलेश की डिनर पार्टी में

बीजेपी के आठ तथा समाजवादी पार्टी से आठ उम्मीदवार हैं मैदान में

-अपना दल एस के सभी विधायक एकजुट, एनडीए के पक्ष में करेंगे मतदान

राजेश पटेल, लखनऊ (सच्ची बातें)। उत्तर प्रदेश से राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग शुरू हो चुकी है। कुल 11 प्रत्याशी हैं। इनमें बीजेपी के आठ तथा सपा के 3 हैं। कुल 10 सीटों के लिए चुनाव हो रहा है। मतदान के दौरान ही सपा को क्रॉस वोटिंग का डर सताने लगा है। पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव ने कह दिया कि जिनको लाभ चाहिए, वे बीजेपी उम्मीदवार को वोट दे सकते हैं। मतदान शाम चार बजे तक होगा। पांच बजे से गिनती शुरू हो जाएगी। उधर अपना दल एस के सभी 13 विधायक और एक विधान परिषद सदस्य ने अपनी एकजुटता जताई। पार्टी के लखनऊ स्थित कैंप कार्यालय में इकट्ठा होकर फोटो सेशन कराया। इसमें पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल भी शामिल थे।

राज्यसभा चुनाव के लिए अपनी एकजुटता दिखाते अपना दल एस के विधायक।

 

उत्तर प्रदेश से 10 सीटों के लिए कुल 11 उम्मीदवार हैं। इनमें बीजेपी की ओर से सुधांशु त्रिवेदी, आरपीएन सिंह, अमरपाल मौर्या, तेजपाल सिंह, नवीन जैन, साधना सिंह, संगीता बलवंत और संजय सेठ हैं।  समाजवादी पार्टी ने जया बच्चन, आलोक रंजन और रामजी लाल सुमन को उतारा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव वोट डालकर वापस लौट चुके हैं। वोटिंग के बाद सीएम योगी ने विक्ट्री साइन दिखाया। दोनों ही नेताओं ने वोटिंग के बाद किसी तरह का बयान नहीं दिया। हालांकि उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा है कि उनके सभी 8 उम्मीदवार चुनाव में जीतेंगे।

इधर मतदान के पहले पहले समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि समाजवादी पार्टी के तीनों उम्मीदवार जीतेंगे। बीजेपी चुनाव जीतने के लिए सभी हथकंडे अपना सकती है। बीजेपी जीत के लिए हर संभव कोशिश करेगी। हमारे जो नेता निजी लाभ चाहते हैं, वे भाजपा में जा सकते हैं।’

अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव ने भी कहा है कि क्रॉस वोटिंग की बातें सुनने में आ रही हैं। आगे देखा जाएगा। अगर ऐसा कुछ होगा तो हमलोग भी आगे देखेंगे। बीजेपी ने लोकतांत्रिक मूल्यों को खत्म कर दिया है। उन्होंने सवाल पूछा कि भाजपा को खरीद-फरोख्त की क्या जरूरत पड़ गई?

उधर, समाजवादी पार्टी के विधायक अभय सिंह और राकेश प्रताप सिंह वोट डालने विधानसभा पहु्ंचे तो राकेश सिंह ने कहा,’मैं पहले ही कह चुका हूं जयश्रीराम, जल्द ही मीडिया को पता चल जाएगा कि हमने किसे वोट किया है।’

दरअसल समाजवादी पार्टी ने राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान की पूर्व संध्या 26 फरवरी की शाम डिनर पार्टी का आयोजिन किया था। इसमें उसके आठ विधायक नहीं आए थे। इनमें चायल विधायक पूजा पाल, गौरीगंज विधायक राकेश प्रताप सिंह, गोसाईगंज विधायक अभय सिंह, अमेठी विधायक महाराजी देवी, कालपी विधायक विनोद चतुर्वेदी, ऊंचाहार विधायक मनोज पांडेय, सिराथू विधायक पल्लवी पटेल और अंबेडकरनगर विधायक राकेश पांडेय शामिल हैंं। राकेश प्रताप सिंह ने जय श्रीराम बोलकर अपना रुख जता दिया। उनके साथ अभय सिंह भी मतदान करने आए थे।

डिनर पार्टी में न जाने के कारण सबसे ज्यादा चर्चा पल्लवी पटेल की हो रही है। उन्होंने पहले ही टिकट बंटवारे को लेकर अपनी नाराजगी जताई थी। यहां तक कह दिया था कि वह सपा के उम्मीदवारों को वोट ही नहीं करेंगी। बाद में बोलीं कि उन्होंने अपनी मां कृष्णा पटेल के लिए टिकट मांग लिया तो क्या गलत किया। इसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल हुईं। अभी हाल में खबरें आईं कि अखिलेश यादव ने उनको मना लिया है। वह उनकी मां अपना दल कमेरावादी की अध्यक्ष कृष्णा पटेल को विधान परिषद का चुनाव लड़ा सकते हैं। लेकिन सूत्रों से यह भी खबर आई कि पल्लवी पटेल माता कृष्णा पटेल के लिए कम, अपने पति पंकज निरंजन को किसी सदन में भेजने के लिए ज्यादा परेशान हैं। अखिलेश यादव से बात न बन जाने का यही मुख्य कारण बताया जा रहा है।

 

 

 


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