राजेश पटेल की कविता- जिंदगी जंग है…
जिंदगी जंग है, हर पल उमंग है। सुर लहरी है यह, हुड़दंग भी है। सुख है, दुख है, दोनों का संगम भी। प्रकृति है, प्रवृत्ति है, रंग और भंग है।... पढ़िए पूरी कविता
जिंदगी…
जिंदगी जंग है, हर पल उमंग है।
सुर लहरी है यह, हुड़दंग भी है।
सुख है, दुख है, दोनों का संगम भी।
प्रकृति है, प्रवृत्ति है, रंग और भंग है।
जिंदगी जंग है…।
जो दिखे वह है नहीं, जो है वो दिखता नहीं।
अनुभूति है यह अनुगूंज भी है।
शोर है, शांति है, दोनों का संगम भी।
श्वेत है, श्याम है, रंग और बदरंग है।
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जिंदगी जंग है….
जिंदगी पहल है, पहेली है।
ताल है, ताली है, फूल है, माली है।
घुंघुरू तो है ही, झंकार भी है।
सवाल है, जवाब है, दाता है, सवाली है। जिंदगी पहेली है…।
जिंदगी उत्थान है, अवसान है।
क्रुद्ध है, युद्ध है, बुद्ध है, शुद्ध है।
प्रणय तो है ही, प्रयाण भी है।
साज है, श्रृंगार है, काजल है, लाली है।। जिंदगी पहेली है…।
-राजेश पटेल