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मध्य प्रदेश : झांसी के लोग ताकते रहे, एयरपोर्ट पहुंच गया मध्य प्रदेश के दतिया

यूपी से मजबूत हैं मध्य प्रदेश के नेता?

झांसी/दतिया। झांसीवासी भले ही अभी हवाई अड्डा की राह देख रहे हों लेकिन पड़ोस के छोटे से जिले दतिया में आधुनिक एयरपोर्ट बन तैयार हो भी गया और उसका 24 फरवरी को वर्चुअल उद्घाटन भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। मप्र के जनप्रतिनिधियों ने साबित कर दिया कि उनमें दम है तभी तो झांसी को पछाड़ कर एयरपोर्ट की सौगात दे दी। अब झांसी के लोग दतिया से उड़ान भरेंगे।

नागर विमानन महा निदेशालय (डीजीसीए) ने दतिया हवाई अड्डे को वीएफआर श्रेणी के तहत पब्लिक एयरोड्रम के रूप में लाइसेंस दे दिया है। इसके साथ ही दतिया हवाई अड्डा मध्य प्रदेश का 8वां सार्वजनिक हवाई अड्डा बन गया है। गौरतलब है कि अंग्रेजों के जमाने से रेलवे का जंक्शन, विशाल सेन्य क्षेत्र, बीएचईएल व तमाम औद्योगिक गतिविधियों का केंद्र, तीन तरफ से मप्र से घिरी ऐतिहासिक नगरी झांसी में दशकों से एयरपोर्ट की जरूरत महसूस की जा रही है।

ऐसा नहीं है कि इसके लिए कवायद नहीं की गई। गाहे-बगाहे या यूं कहें कि चुनाव के समय जनप्रतिनिधियों द्वारा आवाज़ बुलन्द की जाती रही और जारी है, किन्तु उनकी आवाज़ सिर्फ जमीन की तलाश तक ही सीमित रह गई। एयरपोर्ट की जमीन को न जाने कितने क्षेत्र बदले, पर नतीजा रहा ढाक के तीन पात।

उधर, झांसी से चंद किमी दूर मप्र के सीमावर्ती जिला झांसी से हर मायने में "स्माल" जिला दतिया के जनप्रतिनिधि ने अपनी राजनैतिक ताकत के बूते एयरपोर्ट को जमीं पर उतार दिया। इसे यूं भी कहा जा सकता है कि कारवां गुज़र गया हम गुबार देखते रहे।

2012 में तत्कालीन गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने 21 करोड़ की लागत वाली दतिया हवाई पट्‌टी की आधार शिला रखी थी तब लोगों को लग नहीं रहा था कि कभी दतिया में भी हवाई जहाज उतर पाएंगे। झांसी के लोग तो इसे राजनैतिक स्टंट कहते कटाक्ष करते रहे, किन्तु आज़ की हकीकत ने सबके मुंह पर ताले लगा दिए हैं।

24 फरवरी को शुभारंभ के बाद से ही दतिया हवाई अड्डे को आम यात्रियों के लिए शुरू कर दिया जाएगा। पहली फ्लाइट भोपाल से दतिया, दतिया से खजुराहो होते हुए वापस भोपाल के लिए रवाना होगी। यह एयरपोर्ट 184 एकड़ के क्षेत्र में बनाया गया है। यह एयरपोर्ट साढ़े सात लाख से ज्यादा की आबादी को सेवाएं देगा, जिसमें दतिया के साथ साथ मुरैना, शिवपुरी और एमपी से लगे यूपी के झांसी, ललितपुर व सरहदी क्षेत्रों के रहने वालों को भी इसका लाभ मिलेगा। यहां बड़े शहरों से कनेक्टिविटी बढ़ेगी।

मध्य प्रदेश में पहले 5 प्रमुख एयरपोर्ट को पब्लिक यूज के लिए लाइसेंस प्राप्त थे, जिनमें भोपाल, इंदौर, जबलपुर, खजुराहो, और ग्वालियर शामिल हैं। इसके बाद 9 सितंबर 2024 को रीवा हवाई अड्डे को पब्लिक एरोड्रम के रूप में लाइसेंस मिला हुआ था। हाल ही में, 23 दिसंबर 2024 को सतना हवाई अड्डे को भी पब्लिक एरोड्रम के रूप में लाइसेंस प्राप्त हुआ है। अब प्रदेश का दतिया में आठवां हवाई अड्डा तैयार हो गया है।

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