राजनीति : बिहार में अमृत काल शुरू हो गया है

नया इंडियाः बिहार में छह महीने के बाद विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं और उससे पहले देश के सबसे पिछड़े, गरीब और खराब बुनियादी ढांचे वाले प्रदेश का अमृत काल शुरू हो गया है। यह कम से कम छह-सात महीने और चलेगा फिर सारी चीजें पुराने ढर्रे पर आ जाएंगी। इस छह-सात महीने के अमृत काल में बिहार में थोड़ा कुछ होगा और बहुत सारे वादे किए जाएंगे। बिहार एकमात्र राज्य है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह नहीं कहते हैं कि उनकी गारंटी का मतलब है गारंटी पूरा होना। बाकी सभी राज्यों में वे यह बात कहते हैं।
इसका कारण यह है कि उन्होंने 11 साल पहले मोतिहारी में कहा था कि अगली बार जब वे मोतिहारी आएंगे तो यहां की बंद पड़ी चीनी मिल की बनी चीनी की चाय पियेंगे। लेकिन 11 साल बाद भी चीनी मिल बंद है। उसके बाद कई बार प्रधानमंत्री मोतिहारी आए गए। इसी तरह उन्होंने 10 साल पहले बिहार को सवा लाख करोड़ रुपए का पैकेज देने की घोषणा की थी। आज तक लोग उस पैकेज को खोज रहे हैं।
बहरहाल, चुनाव से पहले बिहार में शुरू हुए अमृत काल में कहा गया है कि अमृत भारत एक्सप्रेस दिल्ली से पटना चलेगी। यह एक हाईस्पीड ट्रेन है, जो पहले ही दरभंगा और दिल्ली के बीच चल रही है। इसी तरह नई वंदे भारत ट्रेन चलाने की घोषणा की गई है। सब इस बात से खुश हैं कि अब ज्यादा संख्या में और अपेक्षकृत बेहतर सुविधा के साथ मजदूरी करने या पढ़ाई करने के लिए दूसरे राज्यों में जा सकेंगे। हालांकि अमृत काल की यह योजना चुनाव को ध्यान में रख कर शुरू की गई है।
जानकार सूत्रों का कहना है कि अगले छह-सात महीने बिहार को लेकर रेलवे की बड़ी तैयारी है। शादी के सीजन, गर्मी की छुट्टियों और फिर छठ के लिए बिहार के लोगों की भीड़ का अंदाजा लगा कर बड़ी तैयारी हो रही है। ध्यान रहे इस बार छठ के समय ही बिहार में वोटिंग होनी है। इसलिए भाजपा नहीं चाहती है कि छठ में घर पहुंचने वाले प्रवासियों को किसी किस्म की समस्या हो। क्योंकि अगर भेड़ बकरियों की तरह लद कर पहुंचे तो चुनाव का नैरेटिव बिगड़ सकता है। इसलिए छठ के लिए विशेष ट्रेनों और अन्य सुविधाओं की तैयारी अभी से चल रही है। इस बार छठ के समय बिहार जाने वाली ट्रेनों को अभूतपूर्व सुविधाओं से लैस किया जाएगा।
अमृत काल में पटना हवाईअड्डे के नए टर्मिनल का उद्घाटन होने जा रहा है। यह बन कर तैयार है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे। हालांकि साथ ही यह भी कह दिया गया है कि पटना का रनवे वही दो हजार मीटर का रहेगा। ध्यान रहे पटना हवाईअड्डे का रनवे देश के बाकी हवाईअड्डों के मुकाबले बहुत छोटा है और विशेष प्रशिक्षण वाले पायलट ही वहां विमान लैंड करा सकते हैं। तभी दशकों से पटना शहर के बाहर हवाईअड्डा बनाने की बात चल रही है। लेकिन उसकी सिर्फ घोषणाएं हो रही हैं। इस बीच इस बार बजट में कई ग्रीनफील्ड और ब्राउनफील्ड हवाईअड्डों की घोषणा हो गई है। बिहार के अमृत काल में इनका शिलान्यास वगैरह भी हो सकता है। इस अमृत काल में केंद्र सरकार के मंत्रियों के लगातार दौरे हो गए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री और अन्य मंत्रियों के दौरे हुए हैं और इस महीने प्रधानमंत्री का दौरा भी होने वाला है। सो, बिहार के लोगों को कमर कस कर नई घोषणाएं सुनने के लिए तैयार हो जाना चाहिए।
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