साहित्य भूषण स्व. हरिराम द्विवेदी की जयंती पर काव्यांजलि
शेरवां में जयंती समारोह आयोजित, जुटे पड़ोसी जिलों के भी कविगण
जमालपुर/मिर्जापुर (सच्ची बातें)। शेरवां गांव स्थित अधिनेश्वर महादेव मंदिर परिसर में मंगलवार को भोजपुरी साहित्य के ध्रुवतारा साहित्य भूषण स्व. पंडित हरिराम द्विवेदी की जयंती पर उन्हें भोजपुरी गीत एवं कविता के माध्यम से नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम में उपस्थित कवियों एवं गणमान्य लोगों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनको नमन किया।
वाराणसी से आए गीतकार कृष्णकांत शुक्ला ने उनके द्वारा लिखे गए भोजपुरी गीत “अमवा लगहिहै बाबा बारी बगइचा, नीबिया लगहिहै दुआर ए बाबा”…आदि रचनाएं सुनाकर लोगों की तालियां बटोरीं।
उनकी जयंती के अवसर पर कविता गांव में संस्था की तरफ से पंडित हरिराम द्विवेदी स्मृति सम्मान सोनभद्र जनपद के कवि एवं गीतकार जगदीश पंथी को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्रम प्रदान कर सम्मानित किया गया।
कविता के माध्यम से कवियों ने किया नमन
कवि सम्मेलन की शुरुआत चंदौली जनपद से आए कवि अवधेश सिंह दास के सरस्वती वंदना”अधरिया मिटायै, भुलाहै नाही जननी”से हुआ। वाराणसी से आई कवियत्री प्रियंका सिंह ने अपने गीत “हे राम तुम्हारे चरणों में अपना सबकुछ बलिदान लिखूं…, वाराणसी से आए कवि रामबहाल सिंह मौर्य ने “हिंदी साहित्य व भोजपुरी के मसीहा अश्रुपूरित नयनों से नमन आपको…, सोनभद्र से आए गीतकार जगदीश पंथी ने “तोहरे बिना जिउआ बड़ा घबराला रात बितै नाही हमके बितावै परेला… सुनाकर लोगों की वाहवाही लूटी। रंजन मिश्र ने “जाग जाग मन एक बार प्रकृति सुंदरी बुला रही है… सुनाकर तालियां बटोरीं। इनके अलावा नागेश शांडिल्य, अनिल तिवारी, धर्मदेव चंचल, सविता सौरभ, जगदीश्वरी चतुर्वेदी, कविंद्र अकेला, मंजरी पांडेय, रामबहाल सिंह मौर्य, उमेश दुबे, विजय चंद्र त्रिपाठी आदि कवियों ने अपनी कविताओं से श्रोताओं को गुदगुदाया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कविता गांव के अध्यक्ष रंग बहादुर सिंह रंग ने एवं संचालन वरिष्ठ कवि ओमप्रकाश श्रीवास्तव ने किया। स्व. हरिराम द्विवेदी के पुत्र राजेश द्विवेदी ने कार्यक्रम में आए लोगों का आभार जताया।
इस दौरान रमेश सिंह, जगतम्बा पटेल, प्रदीप शर्मा, अरुुण द्विवेदी, सीतेश द्विवेदी, जयप्रकाश मिश्र, अनिल सिंह, ओमकार यादव, बिक्रमा यादव, उमेश दिवेदी, पप्पू सिंह, राजन तिवारी, प्यारेलाल मौर्य, मन्नू बाबा, अर्जुन मिश्रा, दुर्गेश द्विवेदी, श्रीकांत द्विवेदी, नन्हें दूबे, सुनील तिवारी, भृगुनाथ सिंह, रुद्रनरायन द्विवेदी आदि लोग मौजूद रहे।