सांसद अनुप्रिया पटेल के पत्र पर यूपी सरकार आई हरकत में
-राजगढ़ व मड़िहान क्षेत्र को सूखे से निजात दिलाने के लिए सिंचाई विभाग के प्रमुख अभियंता को स्थलीय निरीक्षण कराकर प्रस्ताव भेजने का दिया निर्देश
-केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने 8 नवंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर किया था अनुरोध
मिर्जापुर (सच्ची बातें)। मिर्जापुर में सूखे से निजात के लिए स्थाई योजनाएं धरातल पर उतरने वाली हैं। स्थानीय सांसद केंद्रीय उद्योग व वाणिज्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल निरंतर प्रयासरत हैं।
उनके विशेष प्रयास से जल्द ही राजगढ़ एवं मड़िहान क्षेत्र के लोगों को सूखे से निजात मिलेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय ने केंद्रीय मंत्री श्रीमती पटेल के पत्र का संज्ञान लिया है। उत्तर प्रदेश शासन के सिंचाई विभाग के उपसचिव वीएन तिवारी ने जनपद के राजगढ़, पटेहरा, लालगंज, हलिया ब्लॉक में पेयजल एवं सूखे की समस्या के समाधान हेतु सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के प्रमुख अभियंता को पत्र लिखकर स्थलीय निरीक्षण (सर्वे) कराकर सुस्पष्ट प्रस्ताव शासन को तत्काल उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
जरगो डैम पर किसान कल्याण समिति की बैठक में सांसद श्रीमती अनुप्रिया पटेल (फाइल फोटो)।
बता दें कि केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने पिछले 8 नवंबर को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर राजगढ़ एवं मड़िहान क्षेत्र में सूखे की समस्या के निदान के लिए पहाड़ी विकास खंड के सिंधौरा ग्राम के आसपास निश्चित क्षमता के पम्पों से पानी लेकर सक्तेशगढ़ के पास सिद्धनाथ दरी के नीचे जरगो नदी पर बैराज/बांध बनाकर इससे पानी उपलब्ध कराने एवं यहां से निश्चित क्षमता के पम्पों द्वारा पानी लेकर घाघर मुख्य कैनाल में उपलब्ध कराए जाने के कार्यों के प्रस्ताव पर स्वीकृति प्रदान करने की अपील की थी।
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने मुख्यमंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा था, “जनपद मिर्जापुर उत्तर प्रदेश के अन्य जनपदों की तुलना में कई मामलों में कम विकसित है। इसका अधिकांश क्षेत्र पठारी है, जहां सिंचाई और पेयजल दोनों एक दूसरे पर आधारित हैं। यहां के बांधों से सिंचाई हेतु छोड़े गए जल से ही भूमि भी रिचार्ज होती है तथा उसी से जनपद के पठारी एवं पहाड़ी हिस्सों में पेयजल का कार्य चलता है।“
“जनपद मिर्जापुर के अत्यंत उपजाऊ पठारी क्षेत्र में स्थित राजगढ़ एवं मड़िहान विकास खंडों की सिंचाई हेतु धनरौल बांध के अंतर्गत घाघर कैनाल है, किंतु कालांतर में कमांड बढ़ने के कारण जब धनरौल बांध से जलापूर्ति में कठिनाई होने लगी, तब सोन नदी पर सोन लिफ्ट कैनाल बनाकर इस क्षेत्र की सिंचाई समस्या का समाधान करने का प्रयास किया गया, किन्तु सोन लिफ्ट कैनाल विभिन्न कारणों से अद्यतन पूर्ण नहीं हो सकी।
पिछले एक दशक में कम वर्षा होने के कारण भूमिगत जल कम रिचार्ज होने से यह समस्या और भी ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो गई है, जिससे राजगढ़ एवं मड़िहान का यह अत्यंत उपजाऊ पठारी/पहाड़ी कमांड बार-बार सूखे की चपेट में आ रहा है। इससे जहां एक तरफ किसानों की फसलें सूख रही हैं, वहीं पेयजल की भी गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। उन्होंने कहा कि संसदीय क्षेत्र के भ्रमण के दौरान स्थानीय जनमानस द्वारा पेयजल एवं सिंचाई की उक्त समस्याओं से लगातार अवगत कराया जा रहा है।“
बता दें कि जनपद के शैक्षणिक, स्वास्थ्य, परिवहन एवं सिंचाई सहित मूलभूत सुविधाओं के विकास के लिए जनपद की सांसद एवं केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल के विशेष प्रयास से जनपदवासियों को नित नई सौगात मिल रही है। नरायनपुर पंप कैनाल से हुसेनपुर बीयर तक पानी पहुंचाने की योजना पर भी काम शीघ्र शुरू होने की उम्मीद है।