E-sports Conclave 2025 : क्या है ई-स्पोर्ट्स और भारत में क्या हैं इसकी संभावनाएं

केंद्रीय राज्यमंत्री रक्षा निखिल खडसे ने ई-स्पोर्ट्स के माध्यम से डिजिटल साक्षरता बढ़ाने एवं रोजगार के अवसर पैदा करने जैसे मुद्दों पर दिया जोर
-अगले 5 वर्षों में ई-स्पोर्ट्स खिलाड़ियों की संख्या 10 लाख पार होने की उम्मीद
डॉ. राजू पटेल, अदलहाट/ मिर्जापुर (सच्ची बातें)। फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया (PEFI) और क्राफ्टन इन्वेस्ट इंडिया के सहयोग से पहली अप्रैल को नई दिल्ली में आयोजित E-sports Conclave 2025 सम्मेलन में केंद्रीय युवा व्यवहार एवं खेल राज्यमंत्री रक्षा निखिल खडसे ने कहा कि ई-स्पोर्ट्स कॉन्क्लेव 2025 भारत को वैश्विक ई-स्पोर्टस उद्योग में अग्रणी बनाने के लिए रणनीतिक चर्चा, निवेश और अवसरों पर ध्यान केंद्रित करने का एक महत्वपूर्ण मंच साबित हो रहा है। इस सम्मेलन में ई-स्पोर्ट्स के भविष्य के अवसरों और वैश्विक नेतृत्व में भारत की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की गई।
इस दौरान, केंद्रीय राज्यमंत्री खडसे ने ई-स्पोर्ट्स के माध्यम से डिजिटल साक्षरता बढ़ाने, रोजगार के अवसर पैदा करने जैसे मुद्दों पर जोर दिया और यह स्पष्ट किया कि सरकार ई-स्पोर्ट्स को मुख्यधारा के खेल का दर्जा देने के लिए मोदी सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने ई-स्पोर्टस क्षेत्र में प्रतिभा और नवाचारों को बढ़ावा देने वाले सभी हितधारकों का आभार व्यक्त किया। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि ई-स्पोर्ट्स के समग्र विकास के लिए सरकार और निजी क्षेत्र के बीच सहयोग आवश्यक है।
युवा व्यवहार एवं खेल मंत्रालय ने यह निर्णय लिया है कि ई-स्पोर्ट्स में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को नकद प्रोत्साहन अनुदान दिया जाएगा। 2022 तक भारत में ई-स्पोर्ट्स खिलाड़ियों की संख्या लगभग 6 लाख दर्ज की गई थी। यह संख्या पिछले वर्ष की तुलना में 300 प्रतिशत की वृद्धि थी। इसी विकास मार्ग पर चलते हुए अगले पांच वर्षों में यह आंकड़ा 10 लाख से अधिक होने की उम्मीद है। इस ऐतिहासिक कदम की सराहना करते हुए, श्रीमती खडसे ने एकबार फिर दोहराया कि सरकार ई-स्पोर्टस के विस्तार और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को अवसर प्रदान करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
इस सम्मेलन में क्राफ्टन इंडिया के CEO सीन युनिल सोन और अन्य प्रमुख उद्योग विशेषज्ञों ने ई-स्पोर्ट्स के तेजी से हो रहे विस्तार और अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव पर चर्चा की। इस अवसर पर इन्वेस्ट इंडिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमूल्य साह, उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव आनंदेश्वर पांडे, PEFI के राष्ट्रीय सचिव पियूष जैन सहित कई अधिकारी और खेल प्रेमी मौजूद रहे।
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