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सफलता का झंडा : जमालपुर के डोहरी में बृजेश सिंह के सुपुत्र बलदाऊ को छप्परफाड़ सफलता, जानिए विस्तार से...

बलदाऊ सिंह को एक साथ इसरो और ईपीएफओ से अफसर बनने का आया ऑफर

-बलदाऊ का छोटा भाई गोपाल सिंह है राष्ट्रीय स्तर का पहलवान

राजेश पटेल, जमालपुर/मिर्जापुर (सच्ची बातें)। कहते हैं न कि मेहनत इतनी खामोशी से करो कि सफलता शोर मचा दे। मिर्जापुर के जमालपुर ब्लॉक के डोहरी गांव के बलदाऊ सिंह द्वारा खामोशी से की गई मेहनत जब सफल हुई तो शोर मच गया। बधाई देने के लिए उसके घर लोगों का तांता लगा हुआ है। मीडियाकर्मी भी उससे बात करने के लिए उतावले हैं। इसका कारण है। बलदाऊ को एक नहीं, एक साथ दो-दो सफलताएं हासिल हुई हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) से अफसर बनने का ऑफर आया है। बलदाऊ को तय करना मुश्किल हो रहा है कि वह किसके प्रस्ताव को स्वीकार करे।

दोहरी सफलता हासिल करने पर बलदाऊ को मिठाई खिलाकर बधाई देते डोहरी के प्रधान अमरनाथ सिंह।

डोहरी में बृजेश सिंह खेती-किसानी करते हैं। इनकी पत्नी मनावती देवी गृहिणी हैं। बृजेश के छोटे भाई राकेश सिंह किसानी में सहयोग करते हैं। राकेश की पत्नी अंशु देवी भी गृहिणी ही हैं। दोनों भाइयों को दो-दो बेटे हैं। अभी इनका परिवार संयुक्त ही है। आपस में प्रेम इतना कि पता ही नहीं चल पाता कि कौन किसका बेटा है। कौन किसका भाई है। बात बृजेश सिंह के सुपुत्र बलदाऊ की हो रही है। इनका छोटा भाई गोपाल सिंह राष्ट्रीय स्तर का पहलवान है। 67 किग्रा भार वर्ग की पहलवानी में इनका बड़ा नाम है।

बलदाऊ की प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही हुई। इंटर के लिए पड़ोस में चंदौली जिले के बबुरी गए। बीटेक गाजियाबाद से करने के बाद एमटेक आईआईएम धनबाद से किया। इसरो और ईपीएफओ से वैकेंसी निकलने के बाद आवेदन किया। प्रतियोगी परीक्षा दी। साक्षात्कार के बाद रिजल्ट आया तो दोनों में उत्तीर्ण घोषित हुए। बलदाऊ ने जिस हिसाब से मेहनत की है, उससे उसके लिए यह रिजल्ट जरा भी चौंकाने वाला नहीं रहा।

बलदाऊ ने बताया कि ईपीएफओ में सोशल स्क्रूटनी असिस्टेंट तथा इसरो में असिस्टेंट के पद पर उसका चयन हुआ है। काफी विचार विमर्श के बाद ईपीएफओ में नौकरी करने का मन बनाया है। इसका कारण- इसरो में पेंशन और ट्रांसफर की पॉलिसी का न होना है। ईपीएफओ में पेंशन है और ट्रांसफर भी।

उसने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, चाचा-चाची के साथ अपने तीन अन्य भाइयों को भी दिया है। कहा कि सभी ने पढ़ाई को लेकर हमेशा प्रोत्साहित किया। मार्गदर्शन किया। गुरुजनों की भूमिका तो है ही। बलदाऊ की इस सफलता पर आनंद सिंह बंटू पूर्व ब्लॉक प्रमुख, राकेश सिंह उर्फ गुदाडी सिंह, अमरनाथ सिंह, चन्द्रशेखर सिंह, चन्द्रभान सिंह, रमेश सिंह, महेंद्र सिंह आदि ने बधाई दी है।

ज़िंदगी में आगे बढ़ते रहने के लिए चाहिए हिम्मत, जुनून और सही प्लैनिंग। ये तीनों चीज़ें आपकी लाइफ में तभी आएंगी जब आप हर दिन कुछ नया कर गुज़रने की इच्छा रखते होंगे। क्योंकि कई लोग अपने कंफर्ट ज़ोन में ही जिंदगी गुज़ार देते हैं। लेकिन लाइफ में कुछ बड़ा करने वाले लोग हर दिन कुछ नया सीखते हैं, हर दिन कुछ नया रिस्क लेते और आगे बढ़ते हैं। जैसे बलदाऊ...

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