October 7, 2024 |

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#MIRZAPUR : नपा कर्मी पी रहा मृत किशोर के परिजन का खूून, डेढ़ साल बाद भी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं

Sachchi Baten

मृत्यु प्रमाणपत्र के मामले में हीलाहवाली की शिकायत पर ADM (F&R) खफा

डेढ़ साल से लंबित आदित्य त्रिपाठी का मृत्यु प्रमाणपत्र एक घंटा में जारी करने का दिया निर्देश, फिर भी स्थिति जस की तस

संबंंधित नगर पालिकाकर्मी है डीएम ऑफिस में तैनात एक लिपिक का दामाद

इसी दम पर नगर पालिका ऑफिस में दिखाता है दबंगई 

सलिल पांडेय, मिर्जापुर (सच्ची बातें)। मिर्जापुर नगर पालिका के कर्मी शायद गिद्ध बन चुके हैं। तभी तो आदित्य त्रिपाठी की मौत के डेढ़ साल बााद तक मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए परिजन को कथित रूप से पैसे के लिए परेशान कर रहे हैं। इस मामले में 12 अप्रैल को जब एडीएम वित्त व राजस्व शिव प्रताप शुक्ल को रुख  अपनाना पड़ा। निर्देश दिया कि एक घंटे के अंदर आदित्य का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जाता, तो संबंधित कर्मी की खैर नहीं। उसकेे खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा। इसकेे बावजूद मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया। बताया गया कि संबंधित कर्मी प्रदीप दुबे जिलाधिकारी कार्यालय में तैनात लिपिक अखिलेश पांडेय का दामाद है। इसलिए उसे एडीएम वित्त व राजस्व के आदेश की भी परवाह नहीं है।
मामला क्या था ?
 मामला यह था कि रमईपट्टी के अति प्रतिष्ठित परिवार के आदित्य त्रिपाठी की मृत्यु 14 फरवरी 2021 को रात्रि में ट्रैक्टर से कुचल कर हो गई। परिजनों ने 8 जुलाई 2021 को नगरपालिका परिषद में मृत्यु प्रमाणपत्र के लिए आवेदन किया, जिसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया । जब बेबस तथा पुत्र की मृत्यु से आहत मां सन्ध्या ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की तो नगरपालिका के अधिकारी तथा कर्मचारी रुष्ट हो गए तथा कहने लगे कि अब मुख्यमंत्री स्तर से ही प्रमाणपत्र मिलेगा। इन लोगों ने जानबूझ कर फाइल में कमी निकाल दी।
ग़ैरविधिक कमी पर जब ADM ने पूछा तो सभी अगल-बगल झांकने लगे तथा आपस में एक दूसरे पर दोष मढ़ने लगे
हुआ यह था कि जब दुर्घटना स्थल से दो डेड बॉडी अस्पताल पुलिस ले गई, तब मध्यरात्रि के डॉक्टर ने लिखा कि डेड बॉडी 12:30 पर लाई गई। मृतक आदित्य के परिवार ने 14 फरवरी के अनुसार अंतिम संस्कार किया था। क्योंकि घटना 10 बजे रात की थी। परिजनों ने 14 फरवरी 21 को मृत्यु का शपथपत्र दिया, लेकिन नगरपालिका कर्मियों ने जानबूझ कर कहा कि शपथपत्र गलत है। मृत्यु 15 फरवरी को हुई है। गलत शपथपत्र पर प्रमाणपत्र न देकर कानूनी कार्रवाई की धमकी दी।
ईओ भी जवाब नहीं दे पाए
जब एडीएम शिवप्रताप शुक्ल ने पूछा पुलिस घटना का वक्त 14 फरवरी रात 10 बजे लिख रही है और डॉक्टर 14/15 फरवरी की मध्यरात्रि 12:30 बजे डेड बॉडी लाने का अंकन कर रहे हैं, तब कैसे मान लिया गया कि मृत्यु 15 फरवरी को हुई ? इस पर ईओ जवाब नहीं दे सके तथा वर्तमान लिपिक की ओर देखने लगे जो स्वतः सहमा था। डेढ़ साल से मामले को लटकाने से क्षुब्ध एडीएम श्री शुक्ल ने ईओ को कड़ी चेतावनी देते हुए एक लिपिक के ख़िलाफ़ विभागीय कार्रवाई तथा दूसरे लिपिक से तत्काल चार्ज लेकर किसी अन्य योग्य लिपिक को जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने दायित्व का आदेश देने का दिया।
आज ही प्रमाणपत्र जारी हो
आदित्य का मृत्यु प्रमाणपत्र जारी करने के लिए जब एडीएम श्री शुक्ल ने ईओ से कहा, तब उन्होंने कल देने की बात कही, लेकिन एडीएम सख्त हुए तथा कहा कि एक घण्टे में जारी होना चाहिए।
बर्दाश्त नहीं
 एडीएम श्री शुक्ल ने कहा कि इन दिनों नगरपालिका का दायित्व प्रशासन के पास है। इस अवधि में जो अनियमितता हो रही है, उससे प्रशासन की छवि पर आंच आ रही है। ऐसी स्थिति में कोई अनियमितता क्षम्य नहीं है। उन्होंने सभी जन्म तथा मृत्यु के आवेदनों के निस्तारण पर बल दिया। श्री शुक्ल के कड़े तेवर से ईओ सहित सभी कर्मियों को पसीना छूटने लगा।

 

आखिरकार लिपिक पर नहीं पड़ा कोई असर

मृत किशोर के भाई अमित त्रिपाठी ने 12 अप्रैल की देर शाम बताया कि एडीएम वित्त व राजस्व शिव प्रताप शुक्ल के कड़े रुख के बावजूद नगर पालिका कर्मी ने मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं दिया। पूछने पर उसने बताया कि देखते हैं कल क्या हो सकता है।


Sachchi Baten

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1 Comment
  1. […] बिना नहीं मिलता मृत्यु प्रमाण पत्र#MIRZAPUR : नपा कर्मी पी रहा मृत किशोर के परिज…युवा उद्यमी अशोक पटेल ने समझा किसानों […]

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