योगी सरकार का भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस-2
लोनिवि में नियम-कानून दरकिनार, दोनों हाथों से मची है लूट
-रिटायरमेंट के पहले लोक निर्माण विभाग निर्माण खंड-2 के अधिशासी अभियंता देवपाल का मन और बढ़ा
-समाजसेवी राम सिंह वागीश ने पीएम, सीएम सहित शासन के वरिष्ठ अफसरों के पास भेजा शिकायती पत्र
राजेश पटेल, मिर्जापुर (सच्ची बातें)। लोक निर्माण विभाग मिर्जापुर निर्माण खंड-2 के अधिशासी अभियंता देवपाल के लिए पैसा ही सबकुछ है। पैसा ही उनके लिए देवता है। इसलिए किसी से नहीं डरते।
पहले इसे पढ़ लें...भ्रष्ट आचरण के कारण जिसे दी गई अनिवार्य सेवानिवृत्ति, वह मिर्जापुर में लूट रहा
मुख्यालय में बैठे जिम्मेवारों की कृपा से हाईकोर्ट ने सरकार के अनिवार्य सेवानिवृत्ति के फैसले पर रोक लगा दी। इसके बाद देवपाल को किसी का डर नहीं।
वह मातहत चहेते अभियंताओं तथा ठेकेदारों की बदौलत पीडब्ल्यूडी कि तिजोरी में झाड़ू लगा रहे हैं। रिटायरमेंट करीब (आगामी फरवरी में) ही है, लिहाजा झाड़ू लगाकर सफाई अभियान तेज कर दिया गया है। उनके कारनामों का काला चिट्ठा मुख्यमंत्री, लोक निर्माण विभाग मंत्री समेत कई मंत्रियों व उच्च अधिकारियों के पास भेजा गया है। समाजसेवी राम सिंह वागीश ने लंबा-चौड़ा शिकायती पत्र भेजा है।
वागीश ने लिखा है कि वह करीब 50 वर्ष से सामाजिक जीवन में हैं, लेकिन किसी कार्यदायी संस्था के अधिशासी अभियंता व अवर अभियंता द्वारा इस कदर सरकारी राशि की लूट नहीं देखी। उनके इस कार्य में अवर अभियंता मनोज कुमार पूरा सहयोग दे रहे हैं। उन्होंने उच्च स्तरीय कमेटी से जांच कराने के साथ अधिशासी अभियंता देवपाल के वित्तीय अधिकार को तत्काल सीज करने की मांग की है।
पढ़िए कारनामों की फेहरिश्त…
वित्तीय वर्ष 2020-21 में राज्य योजना (सामान्य) अंतर्गत शासनादेश संख्या 62/2021/417/23-10-21-93 (सेतु)/2020 दिनांक 25 मार्च 2021 के तहत कैलहट-अदलहाट मार्ग से पचेंगड़ा मार्ग में कलकलिया नदी पर 5 गुणे 5 मीटर स्पान के लघु सेतु, पहुंच मार्ग, अतिरिक्त पहुंच मार्ग एवं सुरक्षात्मक कार्य के निर्माण के लिए 239.95 लाख रुपये की वित्तीय व प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई। संबंधित ठीकेदार को नियम विरुद्ध तरीके से अनुचित लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से सड़क निर्माण की स्वीकृति के करीब सवा साल बाद बांड भरवाने की प्रक्रिया पूरी की गई। इसके बाद भी आज तक यह प्रोजेक्ट अधूरा है। इतनी बड़ी धनराशि के आवंटन के बाद भी इस मार्ग को न तो पचेंगड़ा से कनेक्ट किया गया और न ही पचेंगड़ा-कोलना मार्ग से। लिहाजा इस सड़क व लघु सेतु के निर्माण का उद्देश्य ही विफल हो गया।
जो कार्य हुआ है, उसकी गुणवत्ता काआलम यह है कि निर्माण के दो माह के अंदर ही सड़क जगह-जगह टूट कर ऊबड़-खाबड़ हो गई है। बता दें कि यह सड़क जिला पंचायत की है और पहले से ही जिला पंचायत द्वारा इसका लेपन स्तर तक का कार्य कराया गया है।
धैर्य के साथ पढ़ते जाइए…
वित्तीय वर्ष 2022-23 में पूर्वांचल विकास निधि (राज्यांश) अंतर्गत शासनादेश 18/2023/712/203-23-14099-74-2022 दिनांक 25 मार्च 2023 के तहत बरूइया पटेल बस्ती संपर्क मार्ग से नव निर्माण का कार्य करीब 1.5 किमी एवं कैलहट-अदलहाट मार्ग (घरवासपुर) से शिकारपुर संपर्क मार्ग करीब 2.20 किमी के नव निर्माण के लिए क्रमशः 74.76 तता 97.94 लाख रुपये की वित्तीय व प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई। दोनों मदों में क्रमशः 28.43 व 29.38 लाख रुपये का आवंटन भी हो चुका है।
आश्चर्यजनक रूप से इन दोनों मार्गों के नव निर्माण के लिए मात्र 70 लाख रुपये की निविदा जारी की गई। आज तक ये दोनों प्रोजेक्ट अधूरे हैं। कैलहट-अदलहाट मार्ग से शिकारपुर संपर्क मार्ग के पहले किलोमीटर पर ठीकेदार द्वारा एक कोट जीएसबी फैलाकर छोड़ दिया गया है। जबकि टेंडर स्वीकृति के तीन माह के अंदर काम पूरा करना था।
मुख्यमंत्री को स्पीड पोस्ट से भेजे गए शिकायती पत्र में राम सिंह वागीश ने लिखा है कि मिर्जापुर लोक निर्माण विभाग निर्माण खंड दो के अधिशासी अभियंता देवपाल व अवर अभियंता मनोज कुमार ने साठ-गांठ कर सड़कों व पुलों के निर्माण में अंधेरगर्दी मचा रखी है। कागज में सड़कों के नवीनीकरण का कार्य हाट मिक्स प्लांट के कराना लिखा होता है, मौके पर कार्य बिहारी मजदूरों से कराया जाता है। स्वीकृत राशि का व्यय परिवर्तन करके आहरित कर लेने में अधिशासी अभियंता देवपाल को महारत हासिल है। टेंडर की स्वीकृति के बाद बांड बनवाने में चहेते ठीकेदारों को अनियमित तरीके से एक साल की छूट देना अधिशासी अभियंता की कार्यशैली बन चुकी है।
अभी तो यह झांकी है… बहुत कुछ है। पढ़ते रहिए मिर्जापुर लोक निर्माण विभाग निर्माण खंड-2 में लूट की दास्तां…जारी
नोट- मिर्जापुर लोक निर्माण विभाग निर्माण खंड-2 के अधिशासी अभियंता देवपाल जी यदि इन आरोपों के बारे में कोई सफाई देना चाहते हैं तो स्वागत है। वह मेरे मोबाइल नंबर 7909081514 पर ह्वाट्सएप के माध्यम से भेज सकते हैं। उनकी पूरी बात प्रकाशित की जाएगी।