मिलीं साइकिलें-बेटियों के चेहरे खिले
अनुप्रिया पटेल फाउंडेशन की ओर से हर विद्यालय की टॉपर छात्रा को दी गई साइकिल
-राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा- महिलाओं के सशक्त होने से भारत बनेगा विकसित देश
-बेटियों को शिक्षा, स्वास्थ्य पर ध्यान देकर उनको आत्मनिर्भर बनाने की आवश्यकता-राज्यपाल
-आंगनबाड़ी के बच्चों से लेकर विश्वविद्यालय तक एक चैनल बनाकर शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने की आवश्यकता -सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली छात्राएं आगे चलकर होती हैं गोल्ड मेडलिस्ट -आनंदी बेन पटेल
-राष्ट्रीय क्षय रोग के रोगियों, हाईस्कूल व इण्टरमीडियट में उत्कृष्ट अंक लाने वाली छात्राओं, दिव्यांग बच्चों व उत्कृष्ट कार्य करने वाली स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को साईकिल व प्रमाण पत्र देकर किया सम्मानित
-दूरदर्शिता, संकल्प शक्ति, साहसिक कौशल और राजनीतिक दक्षता का उदाहरण हैं महामहिम राज्यपाल -अनुप्रिया पटेल
मिर्जापुर (सच्ची बातें)। दो मार्च को सूबे की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का मिर्जापुर दौरा था। इस दौरान उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी झूरी बिंद की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया। हाईस्कूल और इंटर की गत वर्ष की परीक्षा में अपने-अपने विद्यालय में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली छात्राओं को साइकिल देकर प्रोत्साहित किया गया। उत्कृष्ट कार्य करने वाली स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को भी साइकिलें देकर उनको उत्साहित किया गया।
कचहरी से भटौली मार्ग के दो-मुहिया तिराहे पर जनपद के महान स्वतंत्रा संग्राम सेनानी शहीद झूरी बिन्द की प्रतिमा का अनावरण राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने शनिवार दो मार्च को किया। इस अवसर पर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री प्राविधिक शिक्षा एवं उपभोक्ता मामले आशीष पटेल ने राज्यपाल का स्वागत करते हुये स्वतंत्रता संग्राम सेनानी झूरी सिंह के बारे में विस्तृत जानकारी दी। राज्यपाल ने वहां पर उपस्थित जन समूह को भी हाथ जोड़कर अभिवादन किया।
राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज के परिसर में आयोजित साइकिल व टूल वितरण कार्यक्रम में राज्यपाल ने कहा कि स्वतंत्रता आन्दोलन में जिसने अपना जीवन कुर्बान कर दिया, ऐसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी झूरी बिन्द की भव्य व सुन्दर प्रतिमा को एक चौराहे पर अनावरण करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। आजादी के आन्दोलन में ऐसे कई वीर शहीद हुये व कई जेल गये तथा जीवन भर जेल में ही रहे।
उन्होंने अण्डमान निकोबार के जेल में रहे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का जिक्र करते हुये कहा कि वे इस जेल में अनेक कठिनाईयों का सामना करते हुये जीते रहे और जेल से ही आजादी आन्दोलन में हिस्सा लेते रहे। उन्होंने कहा कि किसी एक समाज के द्वारा भारत को आजादी नहीं मिली, बल्कि सभी समाज के लोगो ने हिस्सा लेकर देश को आजाद कराया है। चाहे वे पहाड़ियों में रहे हों, चाहे जंगल के क्षेत्र में रहे हों, सभी क्षेत्रों के रहने वाले लोग एकजुट होकर भारत की आजादी के लिए कार्य करते थे। इन्हीं सब के प्रयासों से आज हम सब आजाद भारत में जी रहे हैं।
राज्यपाल ने कहा कि हम सभी का कर्तव्य बनता है आजादी तो हमें मिली, लेकिन उनके जो सपने थे, उनको पूरा करें. भारत विकास की तरफ बढ़े, सभ्य समाज की तरफ जाए, देश शिक्षित हो। आज आजादी के 75वें वर्ष में ऐसे सभी शहीद वीरों को याद करने की हम सभी जिम्मेदारी बनती है। उन्होंने कहा कि उन सभी ने सपना देखा था कि भारत में राम राज्य होना चाहिये। इन्ही सब सपनों के साथ हमारे शहीद वीरों ने अपने परिवार की चिन्ता न करते हुये देश को आजाद कराने का कार्य किया।
राज्यपाल पटेल ने कहा कि जब 25 वर्षों बाद के आजादी के 100 वर्ष पूर्ण होंगे तो हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व भारत की 140 करोड़ आबादी भी चाहती है कि हमारा भारत देश विकसित देश हो। विकसित भारत बनाने के लिये प्रत्येक योजना का लाभ देश के कोने में बैठे प्रत्येक लाभार्थी को मिले। अभी तक जहां पानी नही पहुंचा है, रेल नही पहुंची है, ऐसे क्षेत्रो में कार्य करने की आवश्यकता हैं। भ्रष्टाचार मुक्त समाज तभी होगा, जब जिसके लिये योजनाएं बनती हैं, वह उन तक पहुंचें। बिचैलियों की भागीदारी न हो, तभी देश विकास के मार्ग पर आगे बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि आज मुझे खुशी है कि इस कार्यक्रम के तहत ऐसे-ऐसे बच्चों, लाभार्थियो को जनपद के कोने-कोने से लाकर उन्हें लाभान्वित किया जा रहा हैं। उन्होंने बेटियों की शिक्षा पर बल देते हुये कहा कि प्रायः देखने में आता है कि लड़कियों को अधिंकाश सरकारी स्कूलो में तथा बेटों को प्राईवेट कान्वेंट स्कूलो में भेजा जाता है। किन्तु इण्टर कॉलेज व विश्वविद्यालयों सरकारी स्कूल बच्चों को जब गोल्ड मेडलिस्ट की श्रेणी में सम्मानित किया जाता है तो उनमेें से 80 प्रतिशत गोल्ड मेडलिस्ट लड़कियां ही होती हैं।
राज्यपाल ने कहा कि जब लड़कियां/महिलाएं आत्मनिर्भर होंगी, शिक्षित होंगी, स्वस्थ्य होंगी, तभी भारत विकसित होगा। उन्होने आंगनबाड़ी केन्द्रों को सशक्त बनाने पर बल देते हुये कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बच्चों को प्राथमिक शिक्षा प्रदान करने के साथ ही अनेक क्षेत्रों में कार्य कर रही हैं। आंगनबाड़ी के बच्चों को स्वास्थ्य व शिक्षा के विकास के लिये प्रयास करने की आवश्यकता है। क्योंकि यही आंगनबाड़ी व प्राइमरी स्कूल के बच्चे आगे 25 वर्षों के बाद भारत को पूर्ण रूप से विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
राज्यपाल ने कहा कि आंगनबाड़ी से लेकर प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक व इण्टर तथा विश्वविद्यालय स्तर तक एक चैनल बनाने की आवश्यकता है। विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों/अध्यापकों को कभी-कभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में आकर पढ़ाना होगा तथा उन बच्चों को विश्वविद्यालय में ले जाकर भ्रमण कर शिक्षा के महत्व के बारे में बताने के दृष्टिगत कार्य करना होगा। उन्होने कक्षा एक, कक्षा 06 तथा कक्षा 10 तक के अध्यापकों का आह्वान करते हुये कहा कि 6 वर्ष आयु तक के सभी बच्चों को कक्षा एक में दाखिला होना चाहिये तथा कक्षा 5 तक इस पर विशेष ध्यान देना चाहिये कि कोई भी बच्चा बीच में ड्रॉप आउट होकर घर न बैठ जाये। इसी प्रकार कक्षा-6 से कक्षा-10 तक अध्यापक यह ध्यान दें कि कोई भी ड्रॉप आउट न हो। यह हम सबकी भी जिम्मेदारी है।
उन्होंने स्वयं सहायता समूह के गठन के महत्व पर प्रकाश डालते हुये कहा कि महिलाओं के समूह गठन से उनमें शिक्षा के प्रति चेतना जागृत हुयी है। सभी माताओं का कर्तव्य है कि वे अपनी बच्चियों को स्कूल अवश्य भेंजे। टीबी मुक्त भारत बनाने तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों को सशक्त बनाने की दिशा में बल देते हुये राज्यपाल ने कहा कि पूरे देश को टीबी मुक्त बनाने के लिये हम लोगों ने अभियान चलाया और आज पूरे उत्तर प्रदेश में तीन लाख से अधिक टीबी मरीज स्वस्थ्य हो चुके हैं। आगे भी यह कार्य चलता रहेगा। यहां के लोगो का भी कर्तव्य बनता है कि प्रत्येक सक्षम व्यक्ति कम से कम एक-एक टीबी मरीज को गोद लेकर मिर्जापुर को टीबी मुक्त बनाएं।
मिर्जापुर की सांसद केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि राज्यपाल के गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में किए गए कार्यों की तारीफ की। उनकी उपलब्धियों को उल्लेखनीय बताया। उनको दूरदर्शिता, संकल्प शक्ति, साहसिक कौशल और राजनीतिक दक्षता की प्रतिमूर्ति बताया। उन्होंने कहा कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में अपना योगदान देने वाले शहीद झूरी बिन्द को आज स्मरण करने का दिन है। उन्होंने लाखों करोड़ों लोगों को निरंतर प्रेरित किया है। मिर्जापुर और आसपास के जनपदों सहित पूरे राज्य में उनके बड़ी संख्या में अनुयाई हैं, जिनके मन में लंबे समय से यह सपना पल रहा था कि उनके योगदान का सम्मान हो। इसलिए मैंने यह तय किया कि हमारे जनपद के एक प्रमुख चौराहे का मेरे संसदीय क्षेत्र विकास निधि से चौड़ीकरण और सुंदरीकरण होगा और उस पर शहीद झूरी बिन्द जी की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। आज यह सपना पूरा हो गया।
इसके पहले राज्यपाल ने राजकीय पॉलीटेक्निक परिसर में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में पहुंचकर विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के विभिन्न श्रेणी के 400 लाभार्थियों को टूल वितरण कार्यक्रम में प्रतीकात्मक रूप से 5 लाभार्थियों को टूल प्रदान किया। 125 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आंगनबाड़ी किट, क्षय रोग उन्मूलन के तहत गोद लिए जाने वाले 151 क्षय रोगियो को पोषण की पोटली, लगभग 100 से अधिक स्वयं सहायता समूह में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को अनुप्रिया पटेल फाउंडेशन की तरफ से साइकिलें दी गईं। हाईस्कूल व इण्टरमीडियट में जनपद में अच्छे अंक प्राप्त करने वाली छात्र-छात्राओ को भी अनुप्रिया पटेल फाउंडेशन की तरफ से साइकिल वितरण किया गया। प्राथमिक विद्यालयों के 10 दिव्यांग बच्चों को लो विजन किट का वितरण तथा प्राथमिक विद्यालयो में एमडीएम के तहत छात्र-छात्राओ को खाना खाने के लिये जिलाधिकारी के प्रयास से सीएसआर फंड के माध्यम से थाली एवं गिलास/बर्तन का वितरण किया गया। उद्यान विभाग द्वारा किसानों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने तथा उनकी आमदनी को बढ़ाने के लिये जनपद में नया प्रयास कर 10 कृषकों को खजूर की खेती करने के लिये खजूर के पौधे दिए गए।
कार्यक्रम में सांसद राज्यसभा रामसकल व प्रदेश के कैबिनेकट मंत्री आशीष पटेल ने भी संबोधित करते हुए राज्यपाल का स्वागत व अभिनन्द किया। इस अवसर पर अध्यक्ष जिला पंचायत राजू कनौजिया, विधायक मड़िहान रमाशंकर पटेल, विधायक मझवा डाॅ. विनोद बिन्द, मण्डलायुक्त डाॅ. मुथुकुमार स्वामी बी., उप पुलिस महानिरीक्षक आरपी सिंह, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन, मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार, अपर जिलाधिकारी वि/रा शिव प्रताप शुक्ल, मुख्य राजस्व अधिकारी सत्य प्रकाश सिंह आदि उपस्थित थे।
अपना दल एस के राष्ट्रीय महासचिव रमाशंकर सिंह, जिलाध्यक्ष इं. रामलौटन बिंद, जिला मीडिया प्रभारी शंकर सिंह चौहान सहित पार्टी के अन्य पदाधिकारियों के साथ ही भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय निषाद पार्टी के भी पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे।