भाजपा के जिला उपाध्यक्ष इतने ताकतवर कि…
-डीएम दिव्या मित्तल के तबादले के तीन दिन बाद भाजपा जिला उपाध्यक्ष का सीएम योगी को लिखा पत्र हो रहा वायरल
-पत्र वही लोग वायरल कर रहे, जो तबादले के बाद कहते फिर रहे थे कि जिले की मंत्री से पंगा लेना पड़ा भारी
Dynamic DM, ऐसी विदाई नहीं देखी किसी अफसर की, जानिए पूरा मामला…
-वायरल पत्र को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की चर्चाएं
-भाजपा जिलाध्यक्ष बच रहे जवााब देने से, पत्र लिखने वाले उपाध्यक्ष विपुल सिंंह का मोबाइल स्विच ऑफ
DYNAMIC DM : मिर्जापुर के लोग आपको मिस करेंगे, आपको भी बहुत याद आएगा मिर्जापुर दिव्या मित्तल जी
राजेश पटेल, मिर्जापुर (सच्ची बातें)। मिर्जापुर जिले की डीएम रहीं दिव्या मित्तल की विदाई तो हो गई, लेकिन उनके स्थानांतरण पर चर्चाएं थम नहीं रही हैं। वैसे तो लोग चुप ही हो गए थे, लेकिन सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष विपुल सिंह का एक पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो गया, लिहाजा फिर तरह-तरह की बातें शुरू हो गईं। यह पत्र भाजपा जिला उपाध्यक्ष द्वारा मुख्य मंत्री को लिखा गया है। इस पत्र में जिलाधिकारी के रूप में दिव्या मित्तल पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
देखें पत्र…
खास बात यह है कि पत्र भाजपा के नेता का है, लेकिन इसे वायरल कर रहे हैं दूसरी पार्टी के वे लोग जिन्होंने जिलाधिकारी दिव्या मित्तल का स्थानांतरण की खबर प्रसारित होने के तुरंत बाद सोशल मिडिया में लिखना शुरू कर दिया था कि ‘जिले की मंत्री से पंंगा लेना भारी पड़ा जिलाधिकारी दिव्या मित्तल को। उनके स्थान पर लोकप्रिय सांसद की ही करीबी व जनपद में सीडीओ रहीं प्रियंका निरंजन को मिली जिले की कमान।’ हालांकि इस पोस्ट को कई ह्वाट्सएप्प ग्रुप से अब हटा लिया गया है।
तीनों को ध्यान से देखें, मामला समझ में आ जाएगा
………………………………………………………………………………………………………………………………………
DYNAMIC DM : लहुरिया दह के लिए भगीरथ बन गईं दिव्या मित्तल
भाजपा जिला उपाध्यक्ष विपुल सिंह द्वारा गत 30 अगस्त को सीएम को लिखे पत्र को हूबहू लिख रहा हूं…
सेवा में आदरणीय मुख्यमंत्री जी,
उत्तर प्रदेश सरकार, लखनऊ
विषय- जिलाधिकारी मीरजापुर के स्थानांंतरण के संबंध में
परम श्रद्धेय,
सादर अवगत कराना है कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा आपकी उपस्थिति में जनपद की अति महत्वाकांक्षी हर घर नल जल योजना (जल जीवन मिशन) का शिलान्यास विगत लगभग दो वर्ष पूर्व किया गया। इसी योजना का एक प्रोजेक्ट ग्राम लहुरियादह विकास खंड हलिया जो अभी-अभी पूर्ण हुआ है, उसका उद्घाटन हम सभी कार्यकर्ताओं की इच्छा थी कि प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष (ऑन लाइन या स्वयं आकर) आप अपनेे कर कमलों द्वारा करें।
परंतु इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन भाजपा को इसका श्रेय न मिले इस हेतु वर्तमान जिलाधिकारी बगैर किसी भाजपा पाार्टी जन या अन्य किसी जनप्रतिनिधि को सूचना दिए सपा के कुछ लोगों के इशारे पर सपा पदाधिकारी को बुलाकर उनकी उपस्थिति में स्वयं अपने हाथों के उद्घाटन कर डाला, जिससे हम पार्टी जन मायूस औौर उपेक्षित महसूस कर रहे हैं।
साथ ही यह भी अवगत कराना है कि जिलाधिकारी सरकार के महत्वपूर्ण कार्यों की उपेक्षा कर रही हैं और रोज इधर-उधर जनपद में घूम घूम कर मेरा गांव मेरा गौरव कार्यक्रम के नाम पर ग्राम प्रधानों के ऊपर दबाव बनाकर किसी भी भाजपा कार्यकर्ता के बगैर पूछे जनपद में अपने व्यक्तिगत लोकप्रियता हेतु कार्यक्रम करा रही हैं। इस कार्यक्रम पर आ रहे लगभग 8 से 9 लाख रुपये के खर्च को प्रधानों को करने को मजबूर किया जा रहा है। जो प्रधान कार्यक्रम कराने से मना कर रहा है, उसके कार्यों की जांंच की धमकी दी जा रही है जबकि आप अवगत हैंं कि आपकी सरकार ने प्रत्येक शुक्रवार को ग्राम चौपाल को आयोजित करने का निर्णय लिया है। साथ ही भारत सरकार के मेरा माटी मेरा गौरव कार्यक्रम की भी उपेक्षा की जा रही है।
अनुरोध है कि जिलाधिकारी मिर्जापुर का स्थानांतरण करते हुए जिलाधिकारी मीरजापुर द्वारा मेरा गांव मेरा गौरव में प्रधानों के ऊपर दबाव बनवाकर ग्राम वार खर्च धनराशि की जांच करातेे हुए तत्काल आवश्यक कार्रवाई करने की कृपा करेंं।
भवदीय
विपुल सिंह
(इस पत्र को मूल रूप से लिखा गया है। कहीं कोई गलती है। कामा, फुलस्टॉप में कमी है तो मूल पत्र में भी ऐसे ही है)
यह पत्र दिव्या मित्तल की जिले से भव्य ऐतिहासिक विदाई के एक दिन बाद सोमवार चार सितंबर को सोशल मीडिया में वायरल हुआ तो कमेंट भी आए। कोई लिख रहा है कि मिर्जापुर में बीजेपी के नेता बहुत ताकतवर हैं तो कोई कह रहा है कि इस ताकत का उपयोग खराब सड़कों को दुरुस्त कराने मेंं क्यों नहीं किया जा रहा है। तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि इस पत्र को उसी दिन 30 सितंबर को जारी किया जाता तो लगता कि बीजेपी नेता ने ही ट्रांसफर कराया है।
कोई-कोई तो यह भी सलाह दे रहा है कि कमिश्नर के यहां एक आवेदन देकर इस पत्र की सच्चाई की जांच कराने का निवेदन किया जाए, क्योंकि इसमें गंभीर आरोप भी लगाए गए हैं। इस पत्र के साथ दिव्या मित्तल को विदाई देने का एक वीडियो भी वायरल किया जा रहा है, साथ में लिखा गया है कि सपा केे नेता देवी प्रसाद चौधरी मौजूद हैं।
दरअसल दिव्या मित्तल का स्थानांतरण होने के बाद ही कुछ लोगों ने अपनी जाति के ह्वाट्सएप ग्रुप में जो लिखा, असली विवाद की जड़ वही है। उस पोस्ट के बाद दबी जुबान से भी कुछ चर्चा शुरू हो गई। यह पत्र उस चर्चा से ध्यान भटकाने की कोशिश भर है। क्योंकि भाजपा नेता के इस पत्र को वायरल करने वाले वही लोग हैंं, जिन लोगों ने उस दिन पोस्ट लिखा था। भाजपा नेता के इस पत्र को किसी भाजपाई ने किसी ग्रुप में पोस्ट नहीं किया है। इससे इसकी सच्चाई पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं। इसीलिए कमिश्नर से जांंच कराने की मांग भी सोशल मीडिया के माध्यम से की जाने लगी है।
जिलाध्यक्ष बृजभूषण सिंह से इसकी सच्चाई जानने के लिए कई बार फोन किया गया, लेकिन उन्होंंने फोन नहीं उठाया। ह्वाट्सएप पर सवाल भेजा गया। उसे पढ़ तो लिया, लेकिन जवाब नहीं दिया। उनसे सवाल किया गया था कि
अध्यक्ष जी प्रणाम। मैं राजेश पटेल पत्रकार। डीएम का ट्रांसफर कराने के लिए आपके उपाध्यक्ष श्री विपुल सिंंह जी का एक पत्र वायरल हो रहा है। संगठन के मुखिया होने के नाते विपुल सिंह जी ने इस पत्र के लिए आपसे अनुमति ली थी या नहीं। यदि डीएम पर आरोप थे तो आपने सीधे सीएम को पत्र क्यों नहीं लिखा। प्लीज बताने का कष्ट करें। मैसेज को पढ़ने के तीन घंटे सेे ज्यादा समय तक उनका कोई जवाब नहीं आया। फोन तो पिक ही नहीं किया। देखिए स्क्रीन शॉट…
पत्र लिखने वाले विपुल सिंह का लेटर हेड पर छपे मोबाइल नंबर पर फोन किया गया तो स्विच ऑफ मिला।
बहरहाल दिव्या मित्तल के चले जाने के बाद भी उनके स्थानांतरण को लेकर चर्चाओं का दौर थमा नहीं है। उन्होंने कहा था कि वह अपनी आत्मा का एक टुकड़ा मिर्जापुर छोड़कर जा रही हैं। जनता में अति लोकप्रिय इस डीएम की शायद उसी आत्मा का डर कुछ लोगों को सता रहा है।