September 16, 2024 |

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कृषि क्रांति में नई तकनीक का पूर्वांचल में अगुवा बना मिर्जापुर

Sachchi Baten

पटेहरा के कन्हईपुर में खुला ड्रोन रिमोट पायलट ट्रेनिंग सेंटर

-स्थानीय सांसद केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने किया उद्घाटन

-इस तकनीक से किसानों को खेत में दवाओं व उर्वरक के छिड़काव में होगी आसानी

-एक स्थान से ही फसलों की कर सकते हैं निगरानी भी

-स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को ड्रोन उड़ाने का दिया जाएगा प्रशिक्षण

 

मिर्जापुर (सच्ची बातें)। सांसद व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के प्रयास से मिर्जापुर विकास की डगर पर कदम-दर-कदम आगे बढ़ रहा है। 26 दिसंबर को  पटेहरा ब्लॉक के कन्हईपुर में ड्रोन रिमोट पायलट ट्रेनिंग सेंटर भी खुल गया। इसके साथ ही मिर्जापुर कृषि के क्षेत्र में इस तकनीकी क्रांति के मामले में उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में पहला जिला बन गया। इसका उद्घाटन खुद अनुप्रिया पटेल ने किया।
यह बाला जी समूह की संयुक्त उद्यम इकाई है। इसे डीजीसीए, नागरिक उड्डयन मंत्रालय (भारत सरकार) द्वारा अनुमोदन प्राप्त है।
इस अवसर पर श्रीमती पटेल ने कहा कि पूर्वांचन के पहले ड्रोन रिमोट पायलेट आर्गनाइजेशन ट्रेनिंग सेंटर से किसानों को फायदा होगा। किसान अपनी फसल की निगरानी और उर्वरक के साथ ही कीटनाशकों का छिड़काव आसानी से कर सकेंगे।
इससे इससे रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा। अनुप्रिया पटेल ने ड्रोन ट्रेनर शिव प्रसाद यादव के निर्देशन में ड्रोन चलाकर जानकारी भी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का सपना साकार होता दिख रहा है। ड्रोन से अब तक सैन्य अभियान में ही सहयोग लिया जाता था। अब किसानों की उपज बढ़ाने में मददगार साबित होगा।
उन्होेन कहा कि खेती में ड्रोन बहुत ही लाभदायक होगा। सरकार ड्राेन खरीदने व चलाने के लिए प्रशिक्षण में मदद करेगी। निकट भविष्य में स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को ट्रेनिंग देकर ड्रोन चलवाया जाएगा।
उन्होंने ड्रोन पायलट ट्रेनिंग में शामिल होकर प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए महिलाओं से बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की। कहा कि ड्रोन प्रशिक्षण केन्द्र यहां खोलने के लिए सरकार द्वारा लाइसेंस जारी किया गया है। मात्र पांच दिनों में ड्रोन की सफलतम ट्रेनिंग करके लोग इसे रोजगार के रूप में अपना सकते हैं। यह भी कहा कि बिना प्रशिक्षण और लाइसेंस के ड्रोन चलाना गैर कानूनी है।
श्री बालाजी ग्रुप के योगेश ने बताया कि पूर्वांचल क्षेत्र में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के दक्षिणी परिसर के पास संस्थान न केवल छात्रों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए अधिकृत है, बल्कि पाठ्यक्रम के सफल समापन पर छात्रों को आरपीसी (रिमोट पायलट सर्टिफिकेट) भी जारी करने में सक्षम होगा। इसका मुख्यालय कोलकाता में है।
इस अवसर पर अपना दल एस के जिला अध्यक्ष इंजीनियर राम लौटन बिंद, दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री रेखा वर्मा, दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री राम लखन पटेल, प्रदेश सचिव सहकारिता मंच सुनील सिंह पटेल, प्रदेश सचिव व्यापार मंच सुनील सिंह (अंडा फार्म), दीनानाथ सिंह, एडवोकेट संतोष विश्वकर्मा, बालाजी ग्रुप के अध्यक्ष रामदेव दुबे, पूर्व एडीजे निसेश वाजपेयी आदि  उपस्थित थे।

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