अहमदाबाद टेस्ट मैच में शतक लगाने के बाद शुभमन गिल
सच्ची बातें, खेल डेस्क : बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट मैच में भारत ने बढ़िया पलटवार किया है। तीन दिन का खेल खत्म हो चुका है। ऑस्ट्रेलिया के 480 रन के जवाब में शुभमन गिल (128) के शतक के बूते भारत 289/3 का स्कोर बना चुकी है। कंगारू टीम के पास अब भी 191 रन की लीड बरकरार है। अब दो दिन के भीतर भारत को यह लीड उतारकर ऑस्ट्रेलिया से आगे भी निकलना है। फिर दोनों टीमों को दोबारा भी बैटिंग करनी है, ऐसे में मुकाबला ड्रॉ की ओर बढ़ता दिख रहा है। स्टंप्स तक विराट कोहली 59 और रविंद्र जडेजा 16 रन बनाकर नाबाद लौटे।
शुभमन गिल के नाम रहा तीसरा दिन
युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल ने परिपक्वता दिखाकर नाबाद शतक जमाया। सभी प्रारूपों में बेहतरीन फॉर्म में चल रहे गिल ने अंतिम एकादश में केएल राहुल पर प्राथमिकता दिए जाने को सही साबित करते हुए 128 रन बनाए, जिसमें 12 चौके और एक छक्का शामिल था। यह उनका टेस्ट क्रिकेट में दूसरा शतक है, उन्होंने कप्तान रोहित शर्मा (58 गेंदों पर 35 रन) के साथ पहले विकेट के लिए 74 और चेतेश्वर पुजारा (121 गेंदों पर 42 रन) के साथ दूसरे विकेट के लिए 113 रन की साझेदारी की।
मुश्किल थी पिच
गिल के शतक को छोड़ दिया जाए तो भारत ने दूसरे सत्र में केवल 59 रन बनाए क्योंकि गेंद पुरानी होने के साथ उस पर स्ट्रोक खेलना मुश्किल हो रहा है। पिच हालांकि अभी बल्लेबाजी के लिए अनुकूल है और गिल को ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को खेलने में किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। गिल बीच में धीमे पड़ गए थे लेकिन जल्द ही वह अपने नैसर्गिक अंदाज में खेलने लग गए। उन्होंने पहले नाथन लियोन पर उनके सिर के ऊपर से चौका जड़ा और फिर पैडल स्कूप से अपना शतक पूरा किया।
रोहित शर्मा सस्ते में निपटे
भारत ने पहले सत्र में रोहित का विकेट गंवाया जिन्होंने बल्लेबाजी के लिए अनुकूल पिच पर बड़ा स्कोर बनाने का सुनहरा मौका गंवाया। उन्हें बाएं हाथ के स्पिनर मैथ्यू कुहेनमन ने आउट किया। रोहित अच्छे प्रवाह में बल्लेबाजी कर रहे थे और उन्होंने मिशेल स्टार्क पर पुल करके छक्का भी लगाया था। वह कुहेनमन की जिस गेंद पर आउट हुए वह विकेट लेने वाली गेंद नहीं थी। यह शॉर्ट पिच गेंद थी जिसे रोहित मैदान के किसी भी भाग में खेल सकते थे लेकिन उन्होंने इसे बैकफुट पर जाकर खेला और शार्ट एक्स्ट्रा कवर पर खड़े मार्नस लाबुशेन को कैच दे दिया। पुजारा भी बड़ी पारी खेलने की स्थिति में दिख रहे थे लेकिन चाय के विश्राम से ठीक पहले टॉड मरफी ने उन्हें पगबाधा आउट करके ऑस्ट्रेलिया को दूसरी सफलता दिलाई। पुजारा ने डीआरएस का सहारा भी लिया, लेकिन यह भी उनके काम नहीं आया।