November 8, 2024 |

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1857 की क्रांति के नायक कोतवाल धन सिंह गुर्जर को भूल गए इतिहासकार

Sachchi Baten

जगे रहो, नहीं तो भुला दिए जाओगेः गोवर्धन भाई झड़फिया

-इतिहास लिखने वालों ने उपेक्षा की गुर्जर समाज के बलिदान की

-कोतवाल धन सिंह गुर्जर की जयंती पर क्रांतिधरा मेरठ में भव्य कार्यक्रम आयोजित

-1857 की क्रांति के इस नायक के आत्म बलिदान के बारे में देश जानने को इच्छुक

मेरठ (सच्ची बातें)। 1857 की क्रांति के नायक कोतवाल धन सिंह गुर्जर के आत्म बलिदान के बारे में देश को जानना चाहिए। और, देशवासियों में अब धीरे-धीरे जानने को उत्सुकता बढ़ रही है। कोतवाल द्वारा किए गए सर्वोच्च बलिदान का इतिहास के पन्नों में वर्णन नहीं है। सिर्फ कोतवाल नहीं, इनके जैसे न जाने कितने ऐसे वीर सपूतों ने आजादी के लिए खुद को होम कर दिया होगा, उनके नाम भी नहीं हैं। ऐसा इतिहास लेखन ने पक्षपाती रवैए के कारण हुआ। यह तो तस्वीर सिंह चपराना का भगीरथ प्रयास है कि कोतवाल धन सिंह गुर्जर के बलिदान और उनकी संघर्ष गाथा सामने आ सकी। तस्वीर सिंह चपराना अमर शहीद कोतवाल धन सिंह गुर्जर की पांचवीं पीढ़ी के वंशज हैं।

 

चपराना ने इसके लिए बाकायदा कोतवाल धन सिंह गुर्जर शोध संस्थान की स्थापना की है। इससे कई विद्वान जुड़े हैं। इस साल कोतवाल धन सिंह गुर्जर की जयंती पर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ में 26 व 27 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। दोनों दिन समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया।

दोनों दिन के समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में गुजरात के पूर्व गृह मंत्री गोवर्धन भाई झड़फिया थे। पहले दिन का कार्यक्रम विश्वविद्यालय के नेताजी सुभाष प्रेक्षागृह तथा दूसरे दिन का आयोजन अप्लाइड साइंस सभागार में किया गया।

कार्यक्रम में योग गुरु एवं आयुर्वेदाचार्य स्वामी कर्मवीर जी महाराज ने कहा कि धनसिंह कोतवाल जी ने किसी एक जाति की आजादी के लिए क्रांति की शुरुआत नहीं की थी। उन्होंने अपने देश व राष्ट्र की भावना से प्रेरित होकर क्रांति की, ताकि देश आजाद हो सके और आज बहुत खुशी की बात है कि देश का हर समाज, हर वर्ग का नागरिक धनसिंह कोतवाल को नमन करता है। उनके जन्मोत्सव को मानता है, यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।

 

मुख्य अतिथि गोवर्धन भाई झड़फिया ने गुर्जर भूमि गुजरात का नारा लगाते हुए गुर्जरों के गुजरात के इतिहास काे रेखांकित किया तथा बताया कि उन्होंने धन सिंह कोतवाल जी को नमन करने के लिए उनके गांव पांचली में धन सिंह कोतवाल के वंशज तस्वीर सिंह चपराना की आवास पर जाकर धनसिंह कोतवाल जी के सभी परिजनों से मुलाकात की और उस पावन मिट्टी को नमन किया।

धनसिंह कोतवाल शोध संस्थान ने जो पांच मांगें सरकार के सामने रखी हैं, उन्हें केंद्र सरकार के मंत्रियों के सामने रखेंगे। उन्होंने कहा संगठन की एकता अपनी बात मनवाने की ताकत है। अपने संगठन को मजबूत करके बात कहोगे तो आपकी बात सुनी जाएगी और सरकार भी धनसिंह कोतवाल जी को वही सम्मान देगी, जिसके वह हकदार है। बिना संगठन की ताकत के अपनी मांग कमजोर हो जाती है।

पूर्व मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार नवाब सिंह नागर ने कहा कि धनसिंह कोतवाल हमारे आदर्श हैं। हमें उनसे प्रेरणा मिलती है। धन सिंह कोतवाल को नमन करके हम राष्ट्र को नमन करते हैं। यह संगोष्ठी कार्यक्रम धन सिंह कोतवाल जी को नमन करने का कार्यक्रम है। उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करने का कार्यक्रम है।

धन सिंह कोतवाल शोध संस्थान द्वारा धन सिंह कोतवाल पर जो पुस्तक प्रकाशित की गई है, उसके मुख्य संपादक डॉ. राकेश कुमार आर्य ने 1857 के क्रांतिनायक कोतवाल धनसिंह गुर्जर नामक पुस्तक के बारे में विस्तार से बताया कि किस प्रकार इस पुस्तक में धन सिंह कोतवाल पर शोध करने वाले छात्र-छात्राओं को शोध पत्र तैयार करने में सहायता मिलेगी। यह धनसिंह कोतवाल जी के जीवन पर, उनके कार्यों पर एक अच्छा लेख पत्र साबित होगा।

कार्यक्रम में कोतवाल धनसिंह जी पर विशेष कार्य करने वाले राष्ट्र भक्तों का धन सिंह कोतवाल शोध संस्थान द्वारा चित्र, पुस्तक, मोमेंटो और साल देकर सम्मानित किया गया।

सम्मानित होने वाले प्रमुख विद्वानों में पूर्व प्रधानाचार्य रामपाल सिंह, वरिष्ठ पत्रकार राजेश पटेल, दिलीप पटेल, प्रोफेसर देवेश शर्मा, डॉक्टर सुशील भाटी, जीएम बृजपाल सिंह चौहान, धन सिंह कोतवाल जी की शौर्यगाथा आल्हा के लेखक सत्येंद्र पटेल प्रखर, कर्नल देवानंद सिंह, कर्नल अतर सिंह, प्रधानाचार्य संजीव नागर, अरुण प्रधान, हरिओम बैसला, धर्मवीर सिंह, शिवशंकर पटेल, एडवोकेट देवेश वर्मा आदि को धनसिंह कोतवाल जी पर विशेष कार्य करने के लिए स्वामी कर्मवीर जी महाराज, पूर्व गृहमंत्री गोवर्धन भाई झड़पिया तथा पूर्व मंत्री उत्तर प्रदेश नवाब सिंह नागर द्वारा सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम का संचालन धन सिंह कोतवाल के वंशज एवं शोध संस्थान के अध्यक्ष तस्वीर सिंह चपराना ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम आयोजन समिति के सदस्य हरिओम बैसला ने किया। कार्यक्रम में इंजीनियर सुरेंद्र वर्मा, कैप्टन सुभाष चंद्र, सुनील कुमार, जगदीश प्रसाद, शिव शंकर पटेल, राजेश पटेल, उमेश पटेल, मनीष पटेल, सुभाष प्रधान, गौतम प्रजापति, अंशिका, सुमन, पूर्व डीएसपी बले सिंह, कंवरपाल नागर, अहलकार नागर, रॉबिन गुर्जर आदि उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के पहले सुबह 10 बजे मेरठ सदर थाना परिसर में स्थापित अमर शहीद कोतवाल धन सिंह गुर्जर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।


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