जमालपुर-मदरा-रीवा मार्ग की हकीकत
सच्ची बातेंः नाम की पक्की सड़क, कीचड़ कच्चे मार्ग की ही तरह
राजेश कुमार दुबे, जमालपुर (मिर्जापुर)। जमालपुर के लोगो। आप मगन रहें कि मिर्जापुर जिले के निवासी हैंं, क्योंंकि मिर्जापुर बदल रहा है। सुनते रहिए कि पूरे जिले में विकास की गंगा बह रही है। इसकी हकीकत जानने के लिए घर से निकलें और अपने जमालपुर विकास खंड की किसी भी ग्रामीण सड़क पर दो-चार किलोमीटर घूम आइए।
सच्ची बातें टीम 25 अगस्त को जमालपुर थाना मोड़ से मदरा, सहपुरवा होते हुए रीवा गांव तक गई। इस मार्ग की स्थिति ऐसी है कि आने-जाने में नानी याद आ गई। करीब 5 किलोमीटर लंबे इस मार्ग पर सहपुरवा गेट तक तो सड़क का अता-पता ही नहीं है। कीचड़ ही कीचड़ है। प्रतीत हो रहा है कि पक्की सड़क पर कहीं से ट्रैक्टर से कीचड़ लाकर गिरा दिया गया है।
सहपुरवा से रीवा की सरहद में प्रवेश करने पर कहीं-कहीं काली सड़क दिख रही है। सड़क पर या तो कीचड़ है या बिखरी गिट्टियां।
मदरा, रीवा व सहपुरवा के लोगों के जमालपुर आने की एकमात्र सड़क यही
विकास खंड मुख्यालय हो, थाना हो, बाजार हो या श्रीमती देवकली इंटर कॉलेज जमालपुर। मदरा, सहपुरवा तथा रीवा के लोगों के लिए आने-जाने का एकमात्र रास्ता यही है। पैदल हैं तो जूतों का कीचड़ मेंं सनना तय है। बाइक से हैं तो कपड़े पर कीचड़ के छींटे जरूर पड़ेंगे। कार से हैं तो घर लौटने पर उसे साफ करने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। साइकिल से इस मार्ग पर चलने से बाइक व कार या अन्य दूसरे वाहनों से छींटे जरूर पड़ते हैं। पटरी भी चलने लायक नहीं है। जरा सोचें कि इंटर कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र कैसे आते होंगे।
सड़क के चीथड़े तो पहले से उड़े थे, रही सही कसर नल-जल योजना ने पूरी की
इस सड़क पर गड्ढे तो पहले से थे। रही-सही कसर नल-जल योजना ने पूरी कर दी। पाइप लाइन बिछाने के लिए बनाई गई नाली को ठीक से न पाटने के कारण बरसात होने पर मिट्टी कीचड़ बन गई। यही कीचड़ वाहनों से सड़क पर फैल गई है।
कहींं-कहीं पाइप लाइन से पानी का रिसाव होने के कारण सड़क के गड्ढे और गहरे और लंबे-चौड़े होते गए। गिट्टियां उखड़कर मिट्टी ऊपर आ गई है। यह मिट्टी कीचड़ में तब्दील हो गई है।
जारी…देखते और पढ़ते रहें मिर्जापुर में विकास की हकीकत