ग्लोबल वार्मिंग के खतरों से बचाने के लिए पक्षियों के लिए बनवाए जा रहे आलीशान घर
पर्यावरण प्रेमियों की अनूठी पहल, एक-दूसरे से प्रेरित होकर पक्षी घर बनवाने वालों की संख्या बढ़ रही
राजस्थान में वीर कंस्ट्रक्शन छह से सात लाख रुपये में कर रहा निर्माण
हरियाणा में बना है देश का सबसे ऊंचा पक्षी घर
राजेश पटेल, मिर्जापुर (सच्ची बातें)। पक्षियों के लिए फ्लैट। पढ़ कर आश्चर्य हो रहा है न। लेकिन सरप्राइज होने की जरूरत नहीं है। पर्यावरण प्रेमी ग्लोबल वार्मिंग के खतरों से पक्षियों को बचाने के लिए पक्षी घर का निर्माण करा रहे हैं। एक पक्षी घर की कीमत छह से 10-12 लाख रुपये तक आ रही है। बताते हैं विस्तार से।
अलीगढ़ के इगलास ब्लॉक के दुमेड़ी में बना है 60 फीट ऊंचा पक्षी घर
दुमेडी में पर्यावरण प्रेमियों ने एक अनोखा घर बनवाया गया है। इस घर में इंसान नहीं पक्षियों का निवास होगा। यह घर आस-पास के क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। गांव दुमेड़ी निवासी देवकीनंदन शर्मा, रामनिवास शर्मा, रामहरि शर्मा, मुनेश शर्मा अपने माता-पिता स्व. द्वारिका प्रसाद व स्व. शांति देवी की पुण्यस्मृति में इसका निर्माण कराया है। इन्होंने पर्यावरण में सहायक पक्षियों की घटती संख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए उनके लिए अनूठी पहले करने की ठानी। इसके लिए उन्होंने राजस्थान के कारीगारों से संपर्क किया और गांव में पक्षीघर बनवाने का निर्णय लिया। करीब सात लाख की लगात से बना पक्षीघर 60 फुट ऊंचा है। इसमें 512 फ्लैट बने हुए हैं, जिनमें पक्षी आसानी से रहते हैं। फ्लैट का निर्माण इस तरह से किया गया है कि प्रत्येक माैसम में वह पक्षियों के सुरक्षा के लिए अनुकूल है।
राजस्थान के बूंदी जिले के गोवल्या गांव में दो भाइयों ने अपने घर से पहले 10 लाख में बनवाया 35 मंजिला बर्ड हाउस
राजस्थान के बूंदी जिले की सिसोला ग़ाम पंचायत के गोवल्या गांव में दो भाइयों ने अपने माता-पिता से मिली प्रकृति से प्रेम करने की प्रेरणा के चलते 2 हजार पक्षियों के लिए 35 मंजिला 51 फीट ऊंचा पक्षी घर बनाया है। दोनों ने पक्षियों को सर्दी, गर्मी और बरसात से बचाने के लिए अपने टीन शेड के घर को पक्का करने के बजाय पक्षियों के लिए आशियाना बना कर एक मिसाल कायम की है।
व्याख्याता राधेश्याम मीणा ने अपने बड़े भाई ग्राम विकास अधिकारी भरतराज मीणा के साथ मिलकर पक्षियों के लिए दाना पानी की व्यवस्था करने के लिए 10 लाख की लागत से पक्षियों के लिए बर्ड हाउस बनाया है। उनका कहना है कि बचपन में उनकी माता फोरी बाई और पिता देवलाल द्वारा पक्षियों को घर के आंगन में बने चबूतरे पर दाना डालते देखा था। माता-पिता से मिली प्रेरणा के कारण दोनों भाइयों ने अपने टीन शेड के मकान को पक्का करने से पहले पक्षियों के लिए पक्षी घर बनाने का फैसला किया। 10 लाख की लागत से तैयार 35 मंजिले 51 फीट ऊंचे पक्षी घर में कुल 560 घरौंदे बनाये गये हैं। इनमें 2 हजार पक्षियों के बैठने और दाने पानी की व्यवस्था है।
देश का सबसे ऊंचा पक्षी घर है हरियाणा के पाली महेंद्रगढ़ में
हरियाणा के बाबा जयसरदास धाम गांव पाली महेंद्रगढ़ में बनाए गए पक्षी घर में लगभग तीन हज़ार पक्षियों के रहने की व्यवस्था है। यह देश का सबसे ऊंचा तथा हरियाणा प्रदेश का पहला सात मंजिला पक्षी घर है। इसे बनाने में लगभग 2 महीने का वक्त लगा, जिस पर लगभग 14 लाख रुपये की लागत आई। इसकी ऊंचाई 71 फ़ीट है। इससे पूर्व बना देश का पहला 66 फुट ऊंचा तथा सात मंजिला पक्षी घर राजस्थान के जिला नागौर के गांव में स्थित है। इसे भी गुजरात के कारीगरों ने बनाया है।
राजस्थान के चुरू जिले में 55 फीट ऊंचा पक्षियों का आशियाना
राजस्थान के चूरू जिले सालासर में परिदों के लिए अनूठा आशियाना बनाया गया है। करीब 55 फीट ऊंची इमारत के नौ फ्लैट में 900 पक्षी रह रहे हैं। पक्षियों के लिए रंग-बिरंगी यह बहुमंजिली इमारत सालासर बालाजी गोशाला परिसर में सालासर पुजारी परिवार की ओर से बनवाई गई है। सालासर बालाजी गोशाला राजस्थान की मॉडल व हाइटेक गोशाला है।
बता दें कि ‘पक्षी विहार’ के नाम से बनाए गए परिंदों के इस अनूठे आशियाने में प्रत्येक मंजिल पर सौ पक्षियों के रहने की जगह है। इमारत में पक्षियों के ठहरने के लिए 4 फ्लोर और एक हॉल भी बना हुआ है। इसके साथ एंट्री के लिए 144 दरवाजे बने हुए हैं। यानी हर मंजिल में कुल 16 गेट हैं। पक्षियों के इस आशियाने के पास ही एक चुग्गा घर भी बनाया गया है। जहां जाकर ये पक्षी अपना पेट भर सकते हैं और फ्लैट में आकर आराम कर सकते हैं।
श्रीगंगानगर में 32 फीट ऊंची 13 मंजिली इमारत बनाई गई है सिर्फ पक्षियों के लिए
श्रीगंगानगर में भी बनी है ऐसी इमारत। परिंदों के लिए इसी तरह की इमारत श्रीगंगानगर में पदमपुर रोड स्थित श्री कल्याण भूमि में भी बनी है, जिसका निर्माण 29 जुलाई 2019 को करवाया गया है। 32 फीट की ऊंचाई पर बने इस पक्षी घर में 13 मंजिल हैं। 312 निवास स्थल हैं। इसमें एक साथ 624 पक्षी रह सकते हैं। यह पक्षी विहार देखने में किसी बहुमंजिली इमारत जैसी है। श्रीगंगानगर के लोगों में यह पक्षियों के ‘फ्लैट’ के नाम से भी पहचान बना रहा है।
झुंझुनू में कबूतरों के लिए 11 सौ प्लैट
झुंझुनूं स्थित श्री गोपाल गोशाला में वर्ष 2016 में खासकर कबूतरों के लिए 1100 फ्लैट का निर्माण शुरू हुआ। सालभर में बनकर तैयार हो गए। यहां कबूतरों के 550 जोड़ों के एक साथ रहने का इंतजाम किया गया है। दरअसल, यह एक कबूतरखाना है, जो श्रीगोपाल गौशाला झुंझुनूं में महावीर प्रसाद भौड़की की स्मृति में बनाया गया है।
सिरोही जिले के पिंडवाड़ा तहसील से पेशुआ गांव में 36 मंजिला अपार्टमेंट
राजस्थान के सिरोही जिले की पिंडवाड़ा तहसील के छोटे से गांव पेशुआ में पक्षियों के प्रति भामाशाह का ऐसा प्रेम कि उसने खुद के खर्च से पक्षियों के लिए 36 मंजिला बर्ड अपार्टमेंट बनवा दिया। इस अपार्टमेंट में 1560 पक्षियों के अलग-अलग फ्लैट बनाए गए हैं। सर्दी-गर्मी-बरसात के मौसम में भी सुरक्षित रह सकते हैं। भामाशाह ने उनके दाना चुगने व पानी पीने की भी समुचित व्यवस्था की है। इस अपार्टमेंट की ऊंचाई करीब 61 फीट है।
यह कार्य पेशुआ के सरपंच मनोहरदान आढ़ा के प्रेरित करने पर भामाशाह ललित पुखराज जैन मुंबई की ओर से बनाया गया है। सरपंच ने बताया कि पक्षियों को भी इंसानों की तरह जीने ओर जीने रहने का हक है। पेशुआ पंचायत के पास सुरक्षित जगह पर बनाया गया है। गुम्बद के आकार में बने छोटे-छोटे फ्लैट में पक्षी आराम से रह रहते हैं। इसमें बिल्ली, सांप नहीं चढ़ सकते।
आपको भी बनवाना है पक्षी घर तो इनसे करें संपर्क
राजस्थान में खाराखोड़ा नामक एक स्थान है। यही की वीर कंस्ट्रक्शन कंपनी पक्षियों के घरौंदों के निर्माण का काम करती है। आपको भी पक्षियों के लिए इस तरह के आवास बनवाने हैं तो कंस्ट्रक्शन कंपनी के फोन नंबर 8469413658 पर संपर्क कर सकते हैं।