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विचार
‘संघर्ष करना’ जीवन लक्ष्य नहीं होना चाहिए
‘जूनून’ और ‘मेहनत’ करने में अंतर समझना जरूरी
-आचार्य प्रवर निरंजन
कभी भी 'संघर्ष करना' किसी के लिए भी जीवन लक्ष्य नहीं होना चाहिए। आपने कभी अमरूद का फल पाने के लिए कभी आम का…
वक्त की आवाज, उठो जल्दी करो अंगार मुट्ठी में उठाने हैं
आभासी दुनिया से बाहर निकलो प्यारो..वक्त तुम्हें आवाज़ दे रहा है
साँच कहै ता/जयराम शुक्ल
छात्र जीवन में हम लोग राजनीति के बारे में खूब चर्चा करते थे। यह राजनीति कॉलेज और…
जयंती पर विशेषः भारत के सुकरात ईवी रामास्वामी पेरियार
आरक्षण के लिए पेरियार के आंदोलन के सामने झुकना पड़ा था पं. नेहरू को
-चौ. लौटनराम निषाद
(17 सितम्बर 1879-24 दिसम्बर 1973) तमिलनाडु में आर्य-ब्राह्मणों के सामाजिक, सांस्कृतिक…
…समझने वाले समझ गए और जो ना समझे वो अनाड़ी है
जैसे उड़ि जहाज के पंछी..
साँच कहै ता/जयराम शुक्ल
एक मित्र सायकिल की दुकान पर मिल गए। बाहर उनकी चमचमाती कार खड़ी थी। मैंने पूछा-यहां कैसे? वो बोले- डॉक्टर ने कहा सायकिल से चला…
हिंदुस्तान में बहुसंख्यक हिंदुओं को कायर और भीरु कौन बना रहा?
गांधी और सरदार पटेल के देश को किधर ले जाया जा रहा
-शिवानंद तिवारी
विश्व गुरु के देश में महाकाल के शहर उज्जैन में दिन-दहाड़े एक ग़रीब महिला के साथ बलात्कार हुआ। लेकिन किसी ने इस…
इतिहास में विखंडनवाद को समझिए…
Understand the Deconstructionism in History
इतिहास को सही एवं समुचित तरीके से समझाने के लिए हमें ‘इतिहास के विखंडनवाद’ को समझना जरूरी
-आचार्य प्रवर निरंजन
किसी भी इतिहास को…
‘धनी’ बनने के तो बहुतेरे उपाय, जानिए ‘अमीर’ कैसे बनें…
अमीर बनने की राह में .......
-आचार्य प्रवर निरंजन
मैं आज आपको “अमीर” (Rich) बनने एवं बनाने के विमर्श में शामिल करना चाहता हूँ। लेकिन यह ध्यान रहे कि मैं आपको “धनी” (Wealthy)…
जन्माष्टमी पर विशेषः आदि स्वतंत्रता सेनानी हैं श्रीकृष्ण
राम, कृष्ण और स्वाधीनता के मायने!
आदिदेव/जयराम शुक्ल
सावन और भादौं तिथि त्योहारों के महीने हैं। यह सिलसिला डिहठोन तक चलता है। इन्हीं महीनों में एक महान राष्ट्रीय पर्व पंद्रह…
आचार्य प्रवर निरंजन बता रहे हैं असली मदारी कौन है?
पहचानिए वैश्विक मदारियों और अपने क्षेत्रीय मदारियों को
-आचार्य प्रवर निरंजन
मदारी तो सब जगह रहते हैं और अपने अपने प्रभाव क्षेत्र में वे डुगडुगी बजाते रहते हैं, लेकिन…
क्या आपकी उम्र ‘पचास’ की हो गई है? यदि हां, तो इसे जरूर पढ़ें…
बदल डालिए अपनी पुरानी आदतों को, जैवकीय घड़ी का प्रयोग जीवन को शतकीय बनाने में करें
-आचार्य प्रवर निरंजन
यदि आपकी उम्र पचास साल की हो गई है, या होने वाली है, या इससे अधिक ही हो…