दो बच्चियों को स्कूल जाने से रोक रहे दबंग
13 जुलाई से स्कूल नहीं जा पा रही हैं बेटियां
पुलिस से गुहार लगाने के बाद भी स्थिति में कोई बदलाव नहीं
छानबे, मिर्जापुर (सच्ची बातें)। जिस जिले की डीएम महिला हो। विधानसभा की विधायक महिला हो। वहां पर स्कूल जाने से बेटियों को दबंगों द्वारा रोका जा रहा है। ये क्या हो रहा है भाई। आखिर मां विंध्यवासिनी की धरा को क्या हो गया है। सूचना के बाद भी पुलिस प्रभावी कार्रवाई नहीं कर रही है, जिससे निडर होकर बेटियां स्कूल जा सकें।
मामला छानबे विधानसभा के जिगना थाना क्षेत्र के बौंता विशेषर सिंह गांव का है। इस गांव के निवासी लालजी बिंद का उनके पड़ोसियों के साथ पुराना विवाद चल रहा है। बीते 14 जुलाई को उन्होंने जिगना थानाध्यक्ष को आवेदन देकर अवगत कराया कि उनकी दो बेटियां मुन देवी व लक्ष्मी देवी हरगढ़ स्थित सरोज देवी बालिका इंटर कॉलेज में कक्षा नौ में पढ़ती हैं।
पुराने विवाद के चलते पुड़ोसी आशीष कुमार ने 12 जुलाई को स्कूल जाते समय रास्ते में दोनों बेटियों को काफी धमकाया। गाली-गलौज की। अपहरण तक करा लेने की धमकी दे डाली। स्कूल से लौटते समय भी यही हुआ। घर आकर बेटियों ने बताया तो तुरंत इसकी जानकारी महिला हेल्पलाइन 1090 पर फोन करके दी। कोई कार्रवाई नहीं हुई। 13 जुलाई को फिर स्कूल जाते समय बेटियों के साथ विपक्षियों ने यही किया। बेटियों पर ईंट-पत्थर भी फेंके। डर के चलते दोनों घर वापस आ गईं।
इस घटना से दोनों काफी डरी-सहमी हैं। उसी दिन से स्कूल जाना छोड़ दिया है। इसकी लिखित शिकायत बाल समिति मिर्जापुर के अध्यक्ष से की, तब पुलिस की नींद खुली। एएसपी ऑपरेशन व सीओ लालगंज 20 जुलाई की देर शाम गांव में आए और दोनों बेटियों का बयान दर्ज किया। इसके बाद भी स्थिति में सुधार नहीं हो सका है। बेटियां स्कूल जाने का साहस नहीं जुटा पा रही हैं।
लालजी का आरोप है कि विपक्षी का एक रिश्तेदार मिर्जापुर में वकील है। वही अधिकारियों को गुमराह करके कार्रवाई नहीं होने दे रहा है।