G-20 के आयोजन में छाई रहीं मिर्जापुर सांसद व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल
विदेशी मेहमानों के स्वागत से लेकर विदाई तक की जिम्मेदारी को बखूबी निभाया
राजेश पटेल, मिर्जापुर (सच्ची बातें)। बिजली संकट, सूखा, टूटीं ग्रामीण सड़कें, सिंचाई समस्या से जूझ रहे मिर्जापुर के मतदाता इस समय फख्र महसूस कर रहे हैं। इसलिए कि उनके द्वारा चुनी गई सांसद अनुप्रिया पटेल की छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उभर कर सामने आई है। G-20 के आयोजन में यह सभी ने देखा भी। एनडीए में उनका कद बढ़ने का भी यह परिचायक है।
राजनीति की बात अलग भी कर दें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुप्रिया पटेल को एयरपोर्ट पर विदेशी मेहमानों का स्वागत व विदाई करने के लिए यूं ही जिम्मेदारी नहीं सौंपी। अनुप्रिया पटेल उच्च शिक्षित हैं। वह जितना अच्छा हिंदी बोलती हैं, उससे भी कहीं ज्यादा अच्छा अंग्रेजी भी। आश्चर्य तो तब हुआ, जब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से फ्रेंच में बात करते हुए देखा गया। फ्रांसीसी राष्ट्रपति भी अनुप्रिया की फ्रेंच भाषा पर पकड़ जान हैरत में पड़ गए।
दरअसल अनुप्रिया पटेल केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग राज्य मंत्री भी हैं। इस सम्मिट में उनको यह जिम्मेदारी इसलिए भी दी गई, लेकिन पीएम चाहते तो किसी और मंत्री को भी दे सकते थे। कैबिनेट में अन्य महिला नेता भी हैं। अनुप्रिया पटेल को यह जिम्मेदारी इसलिए दी गई कि वह न सिर्फ मृदुभाषी हैं, बल्कि किसी बिगड़ते काम को तुरंत संभाल लेने की भी क्षमता उनमें है।
खाने की एक टेबल की भी फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो रही है। जिस पर अन्य नेताओं के साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अनुप्रिया पटेल भी बैठी हैं। इस फोटो को काफी पसंद किया जा रहा है। सोशल मीडिया में यह फोटो अनुप्रिया के बढ़ते कद का परिचायक भी बता रहे हैं।
स्वदेश रवाना होते समय बांग्ला देश की PM शेख हसीना भी बहुत आत्मीयता के साथ अनुप्रिया पटेल से मिलीं। कुछ देर दोनों नेताओं में बातचीत भी हुई।
अनुप्रिया पटेल और उनकी पार्टी पर एनडीए नेता ऐसा ही विश्वास नहीं करते। दरअसल 2014 से लेकर अब तक अपना दल एस ही एनडीए का सबसे विश्वनीय और रिजल्ट देने वाली सहयोगी है। एनडीए घटक में रहते हुए अपना दल एस चार चुनाव लड़ चुका है। दो लोकसभा और दो विधानसभा का। बेहतरीन परफार्मेंस। 2014 में लोकसभा की दो सीटें अपना दल को मिलीं, दोनों पर जीत। 2019 लोकसभा चुनाव में दो सीटें मिलीं, फिर दोनों पर जीत। 2017 के विधानसभा चुनाव में 11 सीटों पर चुनाव लड़ा, नौ पर जीत। 2022 के विधानसभा में 17 सीटों पर लड़ा, 12 पर जीत। रामपुर में हुए उपचुनाव में फिर जीत। मिर्जापुर की छानबे विधानसभा से विधायक राहुल प्रकाश कोल के असामयिक निधन के बाद हुए उपचुनाव में तमाम कयासों को धता बताते हुए फिर जीत दर्ज की।
बीजेपी के साथ मिलकर ही सही, लेकिन अपना दल एस प्रदेश में सबसे तेजी से बढ़ने वाली पार्टी बन गई है। आज स्थिति यह है कि विधानसभा में भाजपा व सपा के बाद यह तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन चुकी है। यही कारण है कि बीजेपी का अपना दल एस पर और अपना दल एस का बीजेपी पर विश्वास बढ़ा है। यह स्पष्ट तौर पर देखने को मिल रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भलीभांति जानते हैं कि अपना दल एस को साथ लिए बिना 2024 की नैया पार करनी मुश्किल होगी। इसके कार्यकर्ताओं को भी अपनी नेता पर गर्व कराना है, लिहाजा अनुप्रिया पटेल की छवि को वैश्विक बनाने की प्रयास कर रहे हैं।
यही कारण है कि मिर्जापुर उन जिलों में शामिल हो गया है, जहां प्रधानमंत्री की हाल के वर्षों में सबसे ज्यादा यात्राएं हुईं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी मिर्जापुर आ चुके हैं। अपना दल एस के कार्यकर्ता अपनी नेता की जी-20 की गर्व करने वाली फोटो को सोशल मीडिया पर जमकर वायरल कर रहे हैं।
दरअसल मिर्जापुर के लोग विकास के साथ स्वाभिमान की भी सुरक्षा चाहते हैं। मिर्जापुर में केंद्रीय विद्यालय, फोरलेन सड़क, इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज, चुनार के पास आयात निर्यात के लिए हब, कालीन संवर्धन केंद्र सहित तमाम काम ऐसे हुए हैं, जो मील के पत्थर की तरह हैं। अब अपनी सांसद की वैश्विक छवि देखकर लोग और खुश हैं।