डगमगपुर के पास हिनौती में इंडियन ऑयल के टर्मिनल का पीएम नरेंद्र मोदी ने किया शिलान्यास
-पूर्वांचल का सबसे बड़ा इंडियन ऑयल का टर्मिनल होगा यह, निर्माण में खर्च होंगे 1076 करोड़ रुपये
-मिर्जापुर का सर्वांगीण विकास मेरा सपना और संकल्प- अनुप्रिया पटेल
राजेश पटेल, मिर्जापुर (सच्ची बातें)। विकास के मामले में मिर्जापुर संसदीय क्षेत्र एक कदम और आगे बढ़ गया। सोमवार को डगमगपुर के पास हिनौती गांव में इंडियन ऑयल के टर्मिनल का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल तरीके से किया। इसके लिए स्थानीय सांसद केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल वर्षों से प्रयासरत थीं। इसके निर्माण में 1076 करोड़ का खर्च आएगा। इससे जनपद के हजारों युवकों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तरीके से रोजगार मिल सकेगा।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थानीय सांसद अनुप्रिया पटेल की काफी सराहना की। उन्होंने कहा कि मिर्जापुर के सर्वांगीण विकास को लेकर उनकी सरकार प्रयास कर रही है। इसमें अनुप्रिया पटेल का योगदान अहम है।
बता दें कि इंडियन ऑयल का यह टर्मिनल पूर्वांचल का सबसे बड़ा होगा। इसे काफी पहले बन जाना चाहिए था। लेकिन अफसरों की बेपरवाही के कारण शिलान्यास में देर हुई है। इसके लिए पूर्व जिलाधिकारी दिव्या मित्तल को स्थानांतरण के रूप में खामियाजा भी भुगतना पड़ा था।
उन पर आरोप है कि उन्होंने जमीन क्लीयरेंस में अपेक्षित कार्रवाई नहीं की। जमीन मिलने में देर होने के कारण इस बड़ी परियोजना को किसी दूसरे जिले में स्थानांतरित करने की बात जब इंडियन ऑयल के अफसर कहने लगे, तब अनुप्रिया पटेल को हकीकत का पता चला।
उन्होंने इस बाबत तत्कालीन जिलाधिकारी दिव्या मित्तल से बात की। बातचीत से स्पष्ट हुआ कि श्रीमती मित्तल के ही कारण इस परियोजना के लिए जमीन की उपलब्धता प्रभावित हो रही है। सिर्फ यही नहीं, विश्वविद्यालय के लिए भी जमीन नहीं मिल पा रही थी। समय की नजाकत को भांपते हुए अनुप्रिया पटेल ने विकास से जुड़े इस प्रकरण को तत्काल सूबे के मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाने का काम किया। इसका नतीजा यह हुआ कि तत्कालीन जिलाधिकारी को मिर्जापुर से हटाकर प्रियंका निरंजन को जिले की कमान सौंपी गई। इसके बाद विश्वविद्यालय व इंडियन ऑयल के इस टर्मिनल के लिए जमीन की तलाश तेजी से की गई। इसका परिणाम सोमवार को शिलान्यास के रूप में देखने को मिला।
शिलान्यास के अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि मिर्जापुर को विकास के मामले में प्रदेश ही नहीं, पूरे देश में अग्रणी बनाने की उनकी सोच है। क्रमबद्ध तरीके से एक-एक कर विकास कार्य किए जा रहे हैं। मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, केंद्रीय विद्यालय, ट्रामा सेंटर, फोरलेन सड़क, निर्यात केंद्र, विश्वविद्यालय और अब इंडियन ऑयल का पूर्वांचल का सबसे बड़ा यह टर्मिनल। ये तो बड़े-बड़े कार्य हैं। छोटे-छोटे विकास कार्यों की तो गिनती ही नहीं है।
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में पूरे देश एवं प्रदेश के साथ-साथ मिर्जापुर उत्तरोत्तर प्रगति और समृद्धि की ओर अग्रसर है और प्रधानमंत्री जी की विभिन्न पहलों ने पूरे पूर्वांचल क्षेत्र को विशेष कर मिर्जापुर के जन सामान्य को हर क्षेत्र में, चाहे वो स्वास्थ्य हो, शिक्षा हो, बुनियादी सुविधाओं का निर्माण हो या रोजगार के अवसर प्रदान करना हो, हर क्षेत्र में प्रगति पथ पर चलने का अवसर प्रदान किया है।
श्रीमती पटेल ने कहा कि आपके प्रयासों से आज मिर्जापुर को एक और बड़ी सौगात मिल रही है। जनपद में 1076 करोड़ रुपये की लागत से इंडियन ऑयल टर्मिनल की स्थापना की जा रही है, जो इंडियन ऑयल की सबसे महत्वाकांक्षी तेल टर्मिनल परियोजनाओं में से एक है।
उन्होंने कहा कि इस टर्मिनल का निर्माण 92 एकड़ के क्षेत्रफल में होगा। इसकी क्षमता 1 लाख 39 हजार 290 किलो लीटर होगी। उन्होंने कहा कि इस टर्मिनल शेल से प्रतिदिन लगभग 500 टैंक भरे जा सकेंगे, जिससे प्रयागराज और मुगलसराय में मौजूद भंडारण टर्मिनलों पर दबाव कम होगा।
यह उत्तर प्रदेश के 15 जिलों में तेल की आपूर्ति करेगा। इस परियोजना के प्रचालनशील होने से प्रतिवर्ष भारी मात्रा में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सॄजन होगा। उन्होंने कहा कि मैं क्षेत्र वासियों को इस परियोजना के शुभारंभ के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं। साथ ही, मैं क्षेत्र के निवासियों एवं अपनी ओर से माननीय प्रधानमंत्री जी का हृदय से आभार प्रकट करती हूं। और आशा करती हूं कि आगे भी इस क्षेत्र पर आपकी कृपा बनी रहेगी और इस क्षेत्र के विकास यात्रा अनवरत जारी रहेगी।
उन्होंने कहा कि आप सब के आशीर्वाद से देश के लोकतंत्र में सबसे बड़े मंदिर देश की संसद में पहुंची। प्रधानमंत्री जी ने मेरे पिछले कार्यकाल में भी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में मुझे अपना सहयोग देने का अवसर दिया और दूसरे कार्यकाल में मैं वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय भारत सरकार में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में कार्य करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
वर्ष 2014 से ही निरंतर मेरे मन में यह भाव रहा है कि कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं होना चाहिए। आप सब जनपद वासी इसके साक्षी हैं, जो भी मैंने कहा, वह मैंने किया है। उन्होंने कहा कि आप सबके आशीर्वाद से आपका सब जो स्वप्न था, वह भी पूर्ण होने जा रहा है। इस टर्मिनल की स्थापना के लिए मैं लंबे समय से प्रयागरात थी। उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे करके कार्य आगे बढ़ा और आज मुझे बहुत प्रसन्नता है और गर्व भी महसूस हो रहा है कि इंडियन ऑयल का शिलान्यास वाराणसी की धरती से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के हाथों से होने जा रहा है।
टर्मिनल के बारे में जानकारी देते हुए श्रीमती पटेल ने कहा कि हमारे आसपास जनपद चंदौली और प्रयागराज यहां पर भी तेल टर्मिनल है, किंतु उनकी क्षमता इस टर्मिनल के आगे कुछ भी नहीं है। तेल भंडारण के लिए यह टर्मिनल बनाया जा रहा है। प्रयागराज में बने टर्मिनल की क्षमता 50 हजार किलो लीटर है। जबकि चंदौली मुगलसराय में बने टर्मिनल की क्षमता 98 हजार किलो लीटर है। उन्होंने कहा कि मिर्जापुर का यह टर्मिनल जब 2026 तक बनकर तैयार होगा तो इसकी क्षमता 1 लाख 39 हजार 290 किलो लीटर होगी।
अनुप्रिया पटेल ने कहा कि कल्पना कीजिए कि टर्मिनल की स्थापना से हमारे इस क्षेत्र में कितनी समृद्धि और खुशहाली आने जा रही है। इसलिए आज हमारे केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी जी को जिनकी सदैव हमारे जनपद के विकास कार्यों के लिए कृपा बनी रहती है, उनको भी मैं बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहती हूं और जनपद वासियों की ओर से हम सबके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद कहना चाहती हूं, कृतज्ञता व्यक्त करना चाहती हूं। उन्होंने कहा कि आज उन्हीं के हाथों इस टर्मिनल का शिलान्यास होना इस क्षेत्र की और हम सब की बहुत बड़ी उपलब्धि है।
इस अवसर पर विधायक मड़िहान रमाशंकर सिंह पटेल, भाजपा जिला अध्यक्ष बृजभूषण सिंह, जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन जगदीश सिंह पटेल, नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा, अपना दल एस जिला अध्यक्ष ईं. रामलौटन बिंद, राजगढ़ के ब्लॉक प्रमुख गजेंद्र प्रताप सिंह, अपना दल एस के जिला मीडिया प्रभारी शंकर चौहान, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, एडीएम शिव प्रताप शुक्ल, एसडीएम चुनार चंद्रभानु सिंह सहित इंडियन ऑयल के अफसर व आसपास की भारी संख्या में महिलाएं व पुरुष उपस्थित थे।